नीती मलारी हाईवे चौड़ीकरण के दौरान ग्रामीणों ने सीमा सड़क संगठन पर बिना डंपिंग जोन बनाए ही निर्माण का मलबा जंगलों व नदी में फेंकने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है। बताया गया कि डंपिंग जोन न होने के कारण वन व जल संपदा को व्यापक नुकसान पहुंच रहा है। मगर नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क निर्माण एजेंसी पर कार्रवाई करने से बच रहा है।
सीमाा सड़क संगठन की निर्माण एजेंसी ओएएसआइएस द्वारा मलारी से नीती तक 17 किमी क्षेत्र में नीती हाईवे का चौड़ीकरण का कार्य किया जा रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि सड़क निर्माण के दौरान मलबा नदी या फिर जंगल में निर्माण एजेंसी द्वारा फेंका जा रहा है। बताया कि कई बार निर्माण एजेंसी के साथ सीमा सड़क संगठन व नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क जोशीमठ के अधिकारियों से भी इसकी शिकायत की जा चुकी है। परंतु एनजीटी के मानकों को धत्ता बताकर अभी भी निर्माण एजेंसी द्वारा कार्य किया जा रहा है। नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क भी कार्रवाई करने से बच रहा है। ग्रामीणों ने नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क के अधिकारियों पर भी निर्माण एजेंसी से मिलीभगत का आरोप लगाते हुए प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है। बाम्पा गांव के पूर्व प्रधान धर्मेंद्र पाल, नीती के ग्रामीण प्रेम सिंह फोनिया आदि ग्रामीणों ने इस संबंध में जिलाधिकारी को शिकायती पत्र भेजकर कार्रवाई की मांग की है।