ऊखीमठ : शुक्रवार मध्य रात्रि ब्लॉक परिसर से मुख्य विकास अधिकारी का सरकारी वाहन गायब होने पर प्रधान संगठन ने यहाँ थाने पर तहरीर दे दी है। प्रधान संगठन की तहरीर पर पुलिस प्रशासन ने कुछ लोगों से बातचीत शुरू कर दी है। वहीं प्रधान संगठन का कहना है कि यदि प्रशासन का रवैया इसी प्रकार रहा तो आगामी क्षेत्र पंचायत बैठक का भी बहिष्कार किया जायेगा। बता दें कि शुक्रवार को ब्लॉक सभागार में आयोजित क्षेत्र पंचायत की बैठक में अधिकारियों द्वारा सदन को सही जानकारी न देने तथा पिछली बैठक में दर्ज शिकायतों का निस्तारण न होने पर आक्रोशित प्रधान संगठन ने क्षेत्र पंचायत की बैठक का बहिष्कार कर लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ जोरदार नारेबाजी कर अपने गुस्से का इजहार किया था। बैठक के बाद मुख्य विकास अधिकारी ब्लॉक परिसर में अपना सरकारी वाहन छोड़कर बांये रास्ते जिला मुख्यालय रफूचक्कर हो गये थे। मुख्य विकास अधिकारी के बांये रास्ते रफूचक्कर होने की भनक जब प्रधान संगठन को लगी तो उन्होने ब्लॉक परिसर के मुख्य गेट पर ताला जड़कर इसकी सूचना तहसील प्रशासन के माध्यम से जिला प्रशासन को दे दी थी! मध्य रात्रि को ब्लॉक परिसर के मुख्य गेट पर लगे टूटने के बाद ब्लॉक परिसर से मुख्य विकास अधिकारी के सरकारी वाहन गायब होने पर प्रधान संगठन ने यहाँ थाने में तहरीर दे दी है। तहरीर मिलने पर पुलिस प्रशासन ने मुख्य गेट का निरीक्षण कर लिया है। वहीं शुक्रवार को मुख्य विकास अधिकारी के सरकारी वाहन छोड़कर बाये रास्ते जिला मुख्यालय रफूचक्कर होने पर चर्चाओं के बाजार गर्म है। जनमानस का कहना है कि जिस जिले का मुख्य विकास अधिकारी ही प्रधान संगठन से वार्ता करने के बजाय सरकारी वाहन ब्लॉक परिसर में छोड़कर बाये रास्ते जिला मुख्यालय रफूचक्कर हो सकता है उस जिले का विकास किस तरह सम्भव हो सकता है। जनता का कहना है कि जिस ब्लॉक परिसर के मुख्य गेट का ताला रात को तोड़कर मुख्य विकास अधिकारी का सरकारी वाहन गायब हो सकता है उस ब्लॉक परिसर में विकास कार्यों व गरीब जनता के दस्तावेज सुरक्षित रह पायेंगे ? बहरहाल आने वाले समय में मुख्य विकास अधिकारी व प्रधान संगठन के मध्य किस प्रकार का समझौता या वार्ता होती है यह भविष्य के गर्भ में है मगर मुख्य विकास अधिकारी का बांये रास्ते रफूचक्कर होना चर्चा का विषय बना हुआ है! वहीं प्रधान संगठन के ब्लॉक अध्यक्ष सुभाष रावत का कहना है कि यदि आगामी क्षेत्र पंचायत की बैठक में अधिकारी सदन का सही जवाब नहीं देगें तो आगामी क्षेत्र पंचायत की बैठक का भी बहिष्कार किया जायेगा। संरक्षक सन्दीप पुष्वाण का कहना है कि लापरवाह अधिकारियों की करनी का खामियाजा जनप्रतिनिधियों का भुगतना पड़ रहा है। मीडिया प्रभारी योगेन्द्र नेगी का कहना है कि क्षेत्र के विकास के लिए जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों के मध्य सौहार्द अनिवार्य है मगर अधिकारी अपने कर्तव्यों के प्रति उदासीन बने हुए हैं।
सरकार द्वारा माल्टा का विपणन न करने से माल्टा पेड़ों पर खराब हो रहे, काश्तकारों ने दी आंदोलन की चेतावनी - लक्ष्मण नेगी ऊखीमठ
Sat Jan 1 , 2022