बच्चों को बचपन से ही बेहतर शैक्षिक वातावरण के साथ सर्वांगीण विकास के लिए उनके साथ अभिभावकों व शिक्षकों को दोस्ताना व्यवहार अमल में लाए जाने की जरूरत है। ताकि बच्चे बेझिझक अपनी भावनाओं का प्रदर्शन कर सके।
बाल संरक्षण इकाई व हिमाद समिति द्वारा दशोली विकासखंड के टेढा खनसाल गांव में बाल अधिकारों पर आयोजित गोष्ठी में यह बात नवज्योति महिला कल्याण संस्थान के सचिव महानंद बिष्ट ने कही। उन्होंने कहा कि बच्चों को अपने उददेश्यों को प्राप्त करने के लिए बचपन से ही बेहतर शैक्षिक वातावरण दिया जाना चाहिए। कहा कि नौनिहालों को अपनी प्रतिभाओं के प्रदर्शन के लिए समय-समय पर मौका दिया जाना चाहिए।
बच्चों के साथ हो रही आपराधिक घटनाओं को रोकने के लिए समाज के प्रत्येक नागरिक को अपने दायित्वों का निर्वहन करने की जरूरत है। गोष्ठी में हिमाद से सचिव उमाशंकर बिष्ट ने चाईल्ड लाईन के कार्यों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि बच्चों के साथ किसी प्रकार की घटना होने पर 1098 पर फोन किया जा सकता है। उन्होनें कहा कि अनाथ, जरूरतमंद तथा असहाय बच्चों के संरक्षण के लिए सरकार ने कई योजनाएं संचालित की है। कहा कि मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना का लाभ लेने के लिए जरूरी दस्तावेज बाल संरक्षण इकाई को देने जरूरी हैं। टेढा खनसाल की प्रधान लक्ष्मी कनूड़ी ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को आगे आने का मौका मिलता है। इस दौरान बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां भी दी।