बदरीनाथ धाम के निर्माणाधीन कक्ष में बकरीद की नमाज अदा करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। बदरीनाथ धाम जा रहे विश्व हिंदू परिषद, हिंदू जागरण मंच, बजरंग दल, डिमरी समाज को पुलिस द्वारा पांडुकेश्वर पुलिस चौकी से आगे नहीं जाने दिया गया। हिंदूवादी संगठनों ने पांडुकेश्वर पुलिस चौकी में ही प्रदर्शन कर विरोध दर्ज किया।
बदरीनाथ व्यापार सभा के अध्यक्ष विनोद नवानी के नेतृत्व में तीर्थ पुरोहित, बामणी व माणा गांव के ग्रामीणों, महिलाओं, युवाओं ने बदरीनाथ थाने में जाकर विरोध दर्ज किया। उन्होंने कहा कि हिंदुओं की आस्था के केंद्र बदरीनाथ धाम में इस प्रकार के कृत्य सहनीय नहीं हैं। तत्काल धाम से ऐसे व्यक्तियों को बाहर करने की मांग की गई।
दूसरी ओर जोशीमठ में भी बदरीनाथ की घटना का विरोध किया गया है। स्थानीय निवासियों ने उपजिलाधिकारी को ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की है। ज्ञापन में कहा गया है की मामले को लेकर दोषियों के खिलाफ उचित कार्यवाही की जाए। कार्यवाही न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। ज्ञापनदाताओं में पूर्व पालिका अध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती, ओम प्रकाश डोभाल, अंशुल भुजवाण, लक्ष्मण फरकिया, संदीप नौटियाल, प्रदीप सिंह, महाबीर बिष्ट आदि शामिल हैं। जोशीमठ की उपजिलाधिकारी कुमकुम जोशी ने कहा कि मामले में दोषियों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, हिंदू जागरण मंच व डिमरी पंचायत के लोग जिले के विभिन्न क्षेत्रों से एकत्रित होकर सुबह बदरीनाथ धाम के लिए रवाना हुआ। परंतु बताया गया कि पांडुकेश्वर पुलिस चौकी में भारी पुलिस फोर्स की तैनाती की गई थी। पुलिस द्वारा इन्हें यहां से आगे नहीं जाने दिया गया। जिसके बाद हिंदूवादी संगठनों ने पुलिस चौकी पांडुकेश्वर में ही प्रदर्शन कर विरोध दर्ज किया। उनका कहना था कि हिंदुओं की आस्था के प्रतीक श्री बदरीनाथ धाम में हिंदुओं को जाने से रोका जा रहा है। जबकि एक समुदाय विशेष के व्यक्ति धाम में अपनी धार्मिक गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं। विरोध प्रदर्शन में विश्व हिंदू परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष चिंतामणि सेमवाल, विभागाध्यक्ष देवकी प्रसाद देवली, प्रताप लूथरा, बजरंग दल के पवन राठौर, डिमरी पंचायत के पंकज डिमरी आदि मौजूद थे