संजय कुंवर बदरीनाथ धाम
श्री बदरीनाथ धाम में नंदाष्टमी पर्व संपन्न, श्री कुबेर जी ने आज बदरीश पंचायत से नंदा देवी मंदिर बामणी प्रस्थान किया मां नंदा के दर्शन के पश्चात श्री कुबेर देवता लौटेंगे श्री बदरीनाथ धाम, 25 सितंबर को माणा घंटाकर्ण देंगे भगवान बदरीविशाल को मातामूर्ति आने का आमंत्रण।
नंदा देवी मंदिर बामणी गांव बदरीनाथ में नंदाष्टमी पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। बामणी गांव के श्रद्धालुओं द्वारा नंदाष्टमी उत्सव में शनिवार को शाम को ब्रह्म कमल से मां नंदा की पूजा संपन्न हुई। आज दिन में भोग के पश्चात श्री कुबेर जी बदरीनाथ मंदिर गर्भगृह से बाहर मंदिर परिसर में आये तथा बामणी गांव को प्रस्थान किया।इस अवसर पर बड़ी संख्या में बामणी गांव की महिलाएं तथा पुरुष तथा पश्वागण कुबेर जी को बुलावे हेतु पहुंचे थे। इस अवसर पर कुबेर जी के पश्वा अखिल पंवार, नंदा के भगत सिंह मेहता घंटाकर्ण के पश्वा संजीव भंडारी,कैलाश के पश्वा सत्यम राणा, राजेश मेहता, पांडुकेश्वर पंचायत प्रधान बबीता पंवार, विकास सनवाल,दर्वान सनवाल आदि कुबेर जी को आमंत्रण देने आये।
श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति उपाध्यक्ष किशोर पंवार ने अंगवस्त्र भेंटकर पश्वागणों का स्वागत किया।
कुछ देर में भक्तों के मां नंदा जागर भजनों तथा जयघोष के साथ कुबेर जी बामणी गांव पहुंचे सभी भक्तों को आशीर्वाद दिया। घड़े से स्नान पूजा- अर्चना के बाद शाम को श्री कुबेर जी बामणी गांव वापस आ जायेंगे तथा बदरीश पंचायत में विराजमान होंगे ओर उसके बाद नंदाष्टमी का समापन होगा।
बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि सोमवार 25 सितंबर को अपराह्न माणा से श्री घंटाकर्ण जी बदरीनाथ धाम पहुंचेंगे। तथा भगवान बदरीविशाल को मातामूर्ति आने का आमंत्रण देंगे।जबकि 25 सितंबर पूर्वाह्न में डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत द्वारा नारद उत्सव आयोजित होगा।26 सितंबर पूर्वाह्न को उद्धव जी भगवान बदरीनाथ जी के प्रतिनिधि के रूप में माता मूर्ति जायेंगे तथा माता को भगवान बदरीविशाल की कुशल क्षेम बतायेंगे। शाम को श्री उद्धव जी वापस बदरीनाथ मंदिर पहुंच जायेंगे इस तरह मातामूर्ति उत्सव का समापन होगा।
इस अवसर पर श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति उपाध्यक्ष किशोर पंवार, प्रभारी अधिकारी गिरीश देवली, धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल मंदिर अधिकारी राजेंद्र चौहान,विवेक थपलियाल,राजेंद्र सेमवाल, केदार सिंह रावत अनसुया नौटियाल,अजीत भंडारी सहित बड़ी संख्या में तीर्थयात्री मौजूद रहे।