संजय कुंवर
बदरीनाथ : श्राद्ध पक्ष शुरू होते ही ब्रह्म कपाल तीर्थ में अपने पितरों की मोक्ष के लिए श्राद्ध करने पहुंच रहे हैं बड़ी संख्या में तीर्थयात्री, इस वर्ष अब तक बदरीनाथ धाम में नौ लाख 80 हजार श्रद्धालुओं ने किए दर्शन।
मोक्ष दायिनी नगरी श्री बदरीनाथ धाम में श्राद्ध पक्ष शुरू होते ही तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़ने लगी है, बदरी पुरी में खिली धूप के बीच पतित पावन अलकनंदा नदी के तट पर स्थित ब्रह्मकपाल तीर्थ में आज श्राद्ध पक्ष के तीसरे दिन तीर्थयात्रियों ने पवित्र अलकनंदा नदी और तप्त कुण्ड में आस्था की डुबकी लगाकर भगवान श्री बदरी विशाल जी के दर्शनों के साथ-साथ अपने पूर्वजों को तर्पण भी दिया। बृहस्पतिवार 18 सितंबर को बदरीनाथ धाम में खुशनुमा मौसम में करीब 3700 श्रद्धालु पहुंचे, वहीं कपाट खुलने से लेकर अबतक करीब 9 लाख 82 हजार तीर्थ यात्रियों ने भगवान श्री बदरी विशाल जी के दर्शन कर लिए है।श्री बदरीनाथ स्थित ब्रह्मकपाल के विषय में शास्त्रों में उल्लेख आता है कि भगवान शिव को यहां पर ब्रह्म हत्या के पाप से मुक्ति मिली थी।
बदरी पुरी के होटल कारोबारी राम नारायण भंडारी बताते है की श्राद्ध पक्ष में धाम में अच्छी खासी भीड़ नजर आ रही है, जो शारदीय नवरात्र तक हर साल होटल कारोबारी सहित अन्य सभी व्यवसायियों को अच्छा कारोबार देती है, इस बार आखिरी अमावस्या श्राद्ध 2 अक्टूबर बुधवार को संपन्न हो जायेगा। इसके पश्चात 3 अक्टूबर से शारदीय नवरात्रि पर्व शुरू होगा। ब्रह्म कपाल से तीर्थ पुरोहित उमेश सती,शरद सती,राकेश सती,भगवती,नौटियाल दीपक नौटियाल, संजय हटवाल, दीनदयाल कोठियाल ने बताया कि ब्रह्म कपाल में बड़ी संख्या में तीर्थयात्री पितृदोष से मुक्ति तथा तर्पण श्राद्ध कार्य हेतु पहुंचते हैं। श्री बदरीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डा हरीश गौड़ ने बताया कि मानसून में अपेक्षाकृत यात्रा में कमी के बाद श्राद्ध पक्ष शुरू होते ही तथा नवरात्रि के दौरान श्री बदरीनाथ – केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि हो जाती है।