नंदप्रयाग में पूजा अर्चना कर नंगे पैर आगे बढ़े पदयात्री
नंदप्रयाग से गैरसैंण के लिए रवाना होते पदयात्री
गोपेश्वर
स्थाई राजधानी गैरसैंण की मांग को लेकर नंगे पैर पदयात्रा कर रहे व्यक्ति नंदप्रयाग से लंगासू पहुंचे। इस दौरान जगह जगह पदयात्रियों का स्वागत किया गया।
पदयात्रा के दूसरे दिन आंदोलनकारी प्रवीण काशी के नेतृत्व में पदयात्रियों ने नंदप्रयाग में हवन यज्ञ किया। उसके बाद स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रामप्रसाद बहुगुणा की मूर्ति पर माल्यार्पण कर आगे बढ़े। नंदप्रयाग में पदयात्रियों ने सभा कर गैरसैंण राजधानी के लिए एकजुट होने का आहवान किया। प्रवीण काशी ने कहा कि पृथक राज्य की परिकल्पना के दौरान राजधानी भी गैरसैंण तय की गई थी। मगर आज सरकारों ने इस मुददे को पीछे धकेल दिया है। इस अवसर पर वीरेंद्र सिंह मिंगवाल, कांग्रेस जिलाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह रावत, विक्रम सिंह नेगी, कुलदीप सिंह, भगत सिंह, दीपक फस्र्वाण सहित अन्य लोग शामिल थे।