जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया एवं पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चौहान ने बुधवार को आपदा प्रभावित विकासखंड मुख्यालय घाट बाजार का स्थलीय निरीक्षण कर क्षति का जायजा लिया। जिलाधिकारी ने सड़कों एवं घरों में घुसे मलवे के साफ होने तक प्रभावित परिवारों को स्कूल में खाने, पीने और रहने की व्यवस्था करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
विकासखंड मुख्यालय घाट बजार में मंगलवार देर सांय करीब 5ः15 बजे अतिवृष्टि के कारण परिसंपत्तियों का भारी नुकसान हुआ है। अतिवृष्टि के कारण लोगों के घरों में बरसाती पानी व मलवा भर गया था। बाजार क्षेत्र में पेयजल लाईन, विद्युत, सड़क व पैदल रास्ते क्षतिग्रस्त हुए है तथा मलवे में दबने के कारण दो मवेशी मरे है। जबकि 31 घरों तथा 25 दुकानों में मलवा घुसने से नुकसान हुआ है।
जिलाधिकारी ने घाट बाजार में मलबे की चपेट में आए ज्यादात्तर घरों का निरीक्षण किया तथा प्रशासन की तरफ से हर संभव मदद पहुॅचाने की बात कही। जिलाधिकारी ने कहा कि मलबे की सफाई होने तक सभी प्रभावित लोगों के लिए सरस्वती शिशु मंदिर में खाने, पीने और रहने की व्यवस्था की गई है। जरूरत पड़ने पर कस्तूरबा गांधी विद्यालय में भी रहने की व्यवस्था की जाएगी।
विकासखंड घाट सभागार में अतिवृष्टि से हुई क्षति की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने प्रभावित क्षेत्र में पानी व बिजली की आपूर्ति शीघ्र बहाल करने तथा तात्कालिक व्यवस्था के लिए पर्याप्त संख्या में टैंकरों से पानी की आपूर्ति करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। कहा कि आज सायं तक बिजली तथा कल तक पेयजल आपूर्ति सुचारू करना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने कहा कि सड़क से जेसीबी मशीन व डंपर से मलवा हटाया जा रहा है। उन्होंने गलियों और रास्तों से मलवा हटाने के लिए लोक निर्माण विभाग को तत्काल अतिरिक्त मजदूर लगाने के निर्देश दिए। कहा कि जल्द से जल्द गलियों व नालियों से मलबे की सफाई कराई जाए। उन्होनें आपदा में प्रभावित सभी 31 मकान मालिकों एवं 23 किराएदारों को अहैतुक सहायता राशि उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए। साथ ही दुकानों की क्षति का आंकलन करते हुए प्रस्ताव सीएम राहत कोष में भेजने को कहा।
इस दौरान क्षेत्रीय विधायक मुन्नी देवी शाह, ब्लाक प्रमुख भारती देवी, अपर जिलाधिकारी अनिल कुमार चन्याल, नायब तहसीलदार राकेश देवली सहित सड़क, पेयजल, विद्युत, तहीसल व ब्लाक के अधिकारी मौजूद थे।