ज्योतिर्मठ: एसबीआई जनरल इंश्योरेंस कंपनी की किसान फसल बीमा पाठशाला गोष्ठी में काश्तकार कम खाली कुर्सियां दिखी ज्यादा
संजय कुंवर
जोशीमठ : जोशीमठ ब्लाक सभागार में आज रविवार को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत रवि की फसल बीमा 2025 सीजन को लेकर क्षेत्र के जागरूक सेब उद्यान पतियों के लिए फसल बीमा की पाठशाला आयोजित की गई। इस सेब काश्तकार गोष्ठी के दौरान पीएम फसल बीमा योजना की जोशीमठ क्षेत्र के लिए कार्यरत कार्य दाई संस्था एसबीआई जनरल इंश्योरेंस कंपनी के द्वारा किसानों को प्रधान मंत्री बीमा योजना 2025 से संबंधित नई जानकारी दी गई। इस दौरान गोष्ठी में कई सेब काश्तकारों ने पीएम फसल बीमा योजना वर्ष 2023 – 24 की फसल बीमा क्लेम में हो रही देरी और एक तिहाई काश्तकारों के बीमा क्लेम के दोबारा दस्तावेज जमा करवाने को लेकर हुई फजीहत और एसबीआई जनरल इंश्योरेंस कंपनी की नीति को लेकर अपनी नाराजगी भी व्यक्ति की है। काश्तकारों का साफ कहना है कि सेब फसल बीमा का क्लेम उन्हें सही समय पर नहीं दिया जा रहा है लिहाजा काश्तकार सही समय पर बीमा का लाभ नहीं भी उठा पा रहा है। सेब उद्यान पतियों का साफ कहना है की जब केंद्र व राज्य सरकार अपना अंशदान समय पर बीमा कंपनी को डाल देती है तो ऐसे में उन्हें समय पर फसल का बीमा क्लेम क्यों नहीं है मिल पाता ? अक्तूबर नवम्बर माह में सेब काश्तकारों को उनकी रवि की फसल का बीमा मिल जाता है तो किसान अपनी सेब बागवानों को मैंटनेस के साथ कटिंग, बागवानी,कटाई छंटाई, दवा पेस्ट सहित अन्य कार्यों को संपन्न कराने में कोई दिक्कत नही हो पाती। युवा सेब बागवान अमित सती, समीर डिमरी ने कहा की जिन सेब काश्तकारों के सेब के अपने बागान है और उनका बीमा क्लेम वापस आया है उनके द्वारा अब बीमा क्लेम हेतु नए स्तर से दस्तावेजी फार्मलीटी पूरी कर दी गई है, लिहाजा अब वर्ष 2023 – 24 का पीएम फसल बीमा योजना के तहत सेब का बीमा क्लेम एसबीआई जनरल इंश्योरेंस कंपनी जल्द जारी करें, कहा की नए सत्र से सेब बीमा करने वाले काश्तकारों के बागानों का सर्वे करने की जिम्मेदारी एसबीआई जनरल इंश्योरेंस कंपनी अपने ऊपर ले और इस वर्ष से धरातल पर कार्य करते हुए सेब बागान वाले काश्तकारों को ही पीएम फसल बीमा योजना का लाभ मिले, जिनके सेब बागान ही नहीं हैं उन्हें भी पीएम फसल बीमा योजना का लाभ कैसे मिल रहा है ये जांच होनी जरूरी है। वहीं इस गोष्टी में खाली पड़ी कुर्सियां साफ बता रही है सेब की खेती करने वाले किसानों को इस फसल बीमा पाठशाला में कोई खास दिलचस्पी नही लगी। गोष्ठी में पहुंचे अधिकतर काश्तकारों का साफ कहना था की पहले उन्हें पिछले वर्ष की सेब की कराई गई फसल बीमा का क्लेम मिले उसके बाद ही वो नए पीएम फसल बीमा योजना के लिए अप्लाई करेंगे, गोष्टी में उद्यान पति जी०ऐस०कुंवर ने भी अपने विचार रखे और कहा कि सेब बीमा का क्लेम अक्टूबर/नवम्बर माह तक हर हाल में किसानों को मिल जाना चाहिए तभी हमें इस योजना का सही मायने में लाभ मिल सकता है। उन्होंने कहा की सरकार को राशन फ्री के जैसे गरीब काश्तकारों के लिए इस तरह की योजना में निःशुल्क बीमा प्रीमियम करवाना चाहिए तभी इस संजीवनी साबित हो रही फसल बीमा योजना का लाभ सीमांत के एक गरीब किसान को मिल सकेगा,नही तो सिर्फ खतौनी और हिस्सा प्रमाण पत्र के जरिए आगे भी जिनके सेब बागान नही है सिर्फ जमीन है वो भी केंद्र सरकार की इस बहुमूल्य योजना का लाभ लेते रहेंगे।