जोशीमठ में महिला समूहों को आत्मनिर्भर बनाने बाबत 4 दिवसीय मोटा अनाज आधारित मूल्यवर्धन आजीविका संवर्धन कार्यशाला संपन्न।
संजय कुंवर
जोशीमठ : सीमांत क्षेत्र में महिला समूहों की आजीविका सम्बर्धन और स्वरोजगार सशक्तिकरण सहित आत्मनिर्भर बनाने के लिए पारंपरिक पहाड़ी मोटे अनाज से स्वरोजगार के अवसर बनाने के कॉन्सेप्ट पर भारतीय वन्य जीव संस्थान देहरादून एवं बाल रक्षा भारत की ओर से XRA कोटेज टीवी टावर सुनील औली जोशीमठ में चल रहे 4 दिवसीय कार्यशाला का आज प्रशिक्षण लेने वाली महिलाओं को प्रमाण पत्र वितरण के साथ समापन हो गया है।
इस दौरान जोशीमठ नगर क्षेत्र की महिला मंगल दल सहित महिला स्वय सहायता समूहों से जुड़ी 110 स्वावलंबी महिलाओं को इस दौरान मिलेट मेडम के नाम से मशहूर भारतीय वन्य जीव संस्थान के प्रोजेक्ट की मिलेट विशेषज्ञ ऑफिसियल अनुपमा कोलियाल के द्वारा क्षेत्र की 5 समूहों की उन्नतशील महिलाओं को पारंपरिक अनाजों मंडूवा,झंगोरा,राम दाना से लजीज बेकरी कुकीज,बर्फी, मूसली,रेडी मिक्स फूड, व्यंजनों का प्रशिक्षण दिया।
उन्होंने बताया की सीमांत क्षेत्र में महिलाओं की आजीविका का माध्यम बनाने के लिए मोटे अनाजों खासकर मडुवा झंगोरा, कोणी,जैसे पहाड़ी पारंपरिक मोटे अनाजों को आजीविका से जोडने के लिए ट्रेनिंग दी गई, जिसमें मंडुवे के लड्डू, चाय, बर्फी सहित मूसली, जैसे स्थानीय प्रोडेक्ट बनाना सिखाया गया, उन्होंने बताया की दिल्ली में पीएम मोदी की अगुवाई में आयोजीत होने वाले AICTE की राष्ट्रीय स्तर की मिलेट प्रोग्राम में उन्हें निर्णायक की भूमिका में रखा गया है। वहीं नगर क्षेत्र की महिलाओं में इस कार्यशाला को लेकर गजब का उत्साह नजर आया है, कार्यशाला के आज अंतिम कार्य दिवस पर इस कार्यशाला में ट्रैकिंग ले रही महिलाओं ने अपने अनुभव भी एक दूसरे से साझा किए।
इन चार दिनों में जहां महिलाओं ने आत्म निर्भर बनने के लिए पारंपरिक अनाजों से बेकरी आइटम बनाने का प्रशिक्षण प्राप्त किया वहीं संस्थान द्वारा इस दौरान जलपान,सहित भोजन व्यवस्था भी की गई।