केएस असवाल
गौचर : विगत दिवस राजकीय बालिका इंटर कालेज गौचर में अचानक छात्राओं के रोने चिल्लाने की घटना ने विद्यालय परिवार के साथ ही अभिभावकों को झकझोर कर रख दिया है। शुक्रवार को चिकित्सकों की टीम ने जहां काउंसिलिंग की वहीं सभी छात्राओं का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया।
घटना बीते मंगलवार की है विद्यालय में पठन-पाठन का कार्य सुचारू रूप से चल ही रहा था कि ग्यारह बजे के आसपास कक्षा 11 की एक छात्रा अचानक चिल्लाने लगी जबतक अध्यापिकाएं कुछ समझ पाती तब तक पूरे विद्यालय की छात्राएं चिल्लाने लगी। आनन-फानन में अभिभावकों को सूचना दी गई। किसी तरह घटना पर नियंत्रण किया गया। मामले की सूचना जहां विद्यालय द्वारा उच्चाधिकारियों को दी गई वहीं अभिभावक संघ की बैठक बुलाकर मामले की तह में जाने के लिए सभी विकल्पों पर विचार किया गया। इसी घटना की पुनरावृत्ति बुधवार को भी हुई हालांकि इस बार दो ही छात्राएं चिल्लाई। शुक्रवार को डा रजत कुमार, रविन्द्र बशिष्ठ हिमानी टकोला आदि ने जहां सभी छात्राओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया वहीं काउंसलर किशोर, स्वास्थ्य कार्यक्रम की रेखा नेगी, नशामुक्ति के परवीन बहुगुणा, मानसिक स्वास्थ्य की चंपा राणा आदि परामर्शदाताओं ने अपने सुझावों से अभिभावकों को बच्चों के साथ कैसा व्यवहार किया जाना चाहिए इसकी विस्तार से चर्चा की। फार्मेसिस्ट आशू मैखुरी आशा कार्यकर्ती प्रेमा देवी, पवित्रा बिष्ट, सुनीता खत्री व रेखा बिष्ट आदि ने भी सहयोग किया। दूसरी ओर चिकित्सकों की टीम का कहना है बच्चों में किसी प्रकार की बीमारी के लक्षण नहीं पाए गए हैं। चिकित्सकों का कहना है कि बच्चों के अचानक रोने , चिल्लाने, जमीन पर लोटने,सिर पटकने, रोते रोते बेहोश हो जाने की घटना को मास हिस्टीरिया का केश माना जाता है। कुछ बच्चों में आंख से संबंधित कमियां पाए जाने पर उन्हें नेत्र चिकित्सक से परामर्श लेने को कहा गया है। विद्यालय की प्रधानाचार्या सुमन ध्यानी, अभिभावक संघ के अध्यक्ष दिलवर चौहान,डी पी सी सदस्य अनिल नेगी आदि का कहना है कि 16 फरवरी से अग्रिम परीक्षाएं आयोजित होनी हैं इससे पहले समस्या के समाधान का प्रयास किया जा रहा है।