चमोली जिले में सावन के तीसरे सोमवार को सुबह से ही शिवालयों में जल अभिषेक के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ी रही। वहीं शिव भक्तों ने मंदिरों में पूजा-अर्चना के साथ भंडारे का भी आयोजन किया गया।
भगवान शिव को देवों का देव महादेव कहा जाता है मानव से लेकर दानव और देव तक सभी उनकी पूजा करते हैं। और उन्हें प्रसन्न करने के लिए हर संभव जतन करते हैं। भगवान शिव के विषय में यह भी कहा जाता है कि वह औपचारिकताओं के बजाय भक्तों की भावनाओं को अधिक महत्व देते हैं और थोड़े में ही बहुत प्रसन्न हो जाते हैं इसलिए उन्हें आशुतोष का नाम भी दिया गया है।
चमोली जिले में विभिन्न शिवालयों में सुबह से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतार लगी रही। वहीं केदारनाथ, मद्महेश्वर व तुंगनाथ मंदिर में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया। चमोली में श्रद्धालुओं ने जोशीमठ के शिव मंदिर, पंचम केदार कल्पेश्वर मंदिर, चतुर्थ केदार भगवान रूद्रनाथ धाम, गोपेश्वर में गोपीनाथ मंदिर, पीपलकोटी , गडोरा, नंदप्रयाग में तुलसी महादेव, बैरासकुंड के साथ जिले के ग्रामीण शिव मंदिरों में शिव भक्तों ने सुबह से ही बम बम बोले के साथ जलाभिषेक किया गया। इस दौरान कई मंदिरों में भंडारे का आयोजन भी किया गया। वहीं केदारनाथ मंदिर, मद्महेश्वर व तुंगनाथ में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया गया।