लक्ष्मण नेगी
ऊखीमठ : पूर्व विधायक प्रताप सिंह पुष्वाण के गाँव व तहसील मुख्यालय के सबसे निकटर्वी किमाणा गाँव को यातायात से जोड़ने वाले निर्माणाधीन मोटर मार्ग का निर्माण कार्य विगत पांच वर्षों से अधर में लटकने से कार्यदाही संस्था लोक निर्माण विभाग की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में आ गयी है। मात्र एक किमी मोटर मार्ग का निर्माण कार्य कब पूरा होगा यह भविष्य के गर्भ में है, मगर निर्माणाधीन मोटर की स्थिति जर्जर होने से तहसील मुख्यालय के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में अध्ययनरत नौनिहालों व ग्रामीणों को जान हथेली पर रखकर आवाजाही करने पड़ रही है। इन दिनों बरसात के सीजन में निर्माणाधीन मोटर मार्ग जगह – जगह कीचड़ में तब्दील होने से नौनिहालों को काफी जद्दोजहद के बाद मंजिल तक पहुंचना पड़ता है। कभी – कभार लोक निर्माण विभाग द्वारा निर्माणाधीन मोटर मार्ग के समतलीकरण करने के प्रयास तो किये जाते हैं मगर जल संस्थान की पेयजल लाइन निर्माणाधीन मोटर मार्ग के मध्य से गुजरने के कारण मोटर मार्ग के समतलीकरण में बाधा पहुंचना स्वाभाविक ही है।
बतादें कि तहसील मुख्यालय का किमाणा गाँव प्राचीन काल से केदारनाथ – ऊखीमठ – बदरीनाथ पैदल यात्रा का मुख्य केन्द्र बिन्दु के साथ उत्तर प्रदेश शासन में वर्ष 1978 में विधायक रहे प्रताप सिंह पुष्वाण का पैतृक गांव भी है। युगों पूर्व केदारनाथ से ऊखीमठ ओंकारेश्वर मन्दिर के दर्शन करने के बाद तीर्थ यात्री किमाणा गाँव से ही तुंगनाथ व बदरीनाथ धाम के लिए आवाजाही करते थे। किमाणा गाँव को यातायात से जोड़ने के लिए नवम्बर 2018 में जिला योजना के अन्तर्गत लगभग 62 लाख रुपये की लागत से एक किमी ऊखीमठ – किमाणा मोटर मार्ग का शुभारंभ किया गया था। लोक निर्माण विभाग द्वारा प्रथम फेस का कार्य पूरा करने के बाद विगत पांच वर्षों से निर्माणाधीन मोटर मार्ग की सुध लेने वाला कोई नहीं है इसलिए मोटर मार्ग जगह – जगह जानलेवा बना हुआ है। प्रधान पैज किमाणा सन्दीप पुष्वाण ने बताया कि निर्माणाधीन मोटर मार्ग पर निकासी नालियों का निर्माण न होने से मोटर मार्ग जगह – जगह कीचड़ में तब्दील होने से तहसील मुख्यालय के विभिन्न विद्यालयों में अध्ययनरत 6 दर्जन से अधिक नौनिहालों व ग्रामीणों को जान – जोखिम में डालकर आवाजाही करने पड़ रही है। वन पंचायत सरपंच देवी शंकर त्रिवेदी ने बताया कि विभागीय अधिकारियों को बार – बार अवगत कराने के बाद भी अधिकारी निर्माणाधीन मोटर मार्ग की सुध लेने को तैयार नहीं है तथा इन दिनों बरसात के सीजन में जगह – जगह तालाब बनने से राहगीरों को आवाजाही करने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। महिला मंगल दल अध्यक्ष जसोदा देवी का कहना है कि आगामी 17 जुलाई से सावन मास का शुभारंभ हो रहा है तथा सावन मास में सैकड़ों श्रद्धालु भोलेश्वर महादेव तीर्थ में जलाभिषेक करने आते हैं मगर मोटर मार्ग जर्जर होने से श्रद्धालुओं को भी आवागमन करने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। अमरनाथ त्रिवेदी, विकास पुष्वाण ,भरत पुष्वाण, प्रदीप पुष्वाण का कहना है कि यदि समय रहते मोटर मार्ग का सुधारीकरण व डामरीकरण नहीं किया गया तो ग्रामीणों को सड़कों पर उतरने के लिए बाध्य होना पडे़गा जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी शासन – प्रशासन व लोक निर्माण विभाग की होगी। वहीं दूसरी ओर लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जनप्रतिनिधियों की मांग पर मोटर मार्ग के डामरीकरण के लिए 1 करोड़ 19 लाख का आगणन तैयार किया जा रहा है तथा स्वीकृति के लिए शासन को भेजा जायेगा तथा स्वीकृति मिलने पर मोटर मार्ग का डामरीकरण किया जायेगा।