ऊखीमठ : भगवान तुंगनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ में विराजमान भगवती नन्दा इन दिनों तुंगनाथ घाटी के विभिन्न गांवों का भ्रमण कर भक्तों को आशीष दे रही है। भगवती नन्दा के आगमन से ग्रामीणों में भारी उत्साह बना हुआ है तथा भगवती नन्दा के गाँव आगमन पर फूल – मालाओं से भव्य स्वागत किया जा रहा है तथा भगवती नन्दा की विदाई पर अनेक प्रकार के स्थानीय व्यंजन अर्पित कर मनौती मांग रहे है। शारदीय नवरात्रों के नवमी पर्व पर प्रति वर्ष भगवती नन्दा मायके गांवों के भ्रमण पर निकलती है तथा ग्रामीणों द्वारा भगवती नन्दा का आगमन मांगल गीतों, जागरों से किया जाता है तथा इस अवसर पर बग्डवाल नृत्य मुख्य आकर्षण का केन्द्र रहता है। शनिवार देर सांय भगवती नन्दा दो रात्रि प्रवास के लिए पर्यटक गाँव सारी पहुंच गयी है तथा रविवार को सारी गाँव में भव्य नन्दा देवी मेले का आयोजन किया जायेगा तथा सोमवार को भगवती नन्दा भावुक क्षणों के साथ अपने तप स्थली के लिए विदा होकर जगत कल्याण के लिए तपस्यारत हो जायेगी। जानकारी देने हुए प्रधान मक्कू विजयपाल नेगी ने बताया कि भगवान तुंगनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ में विराजमान भगवती नन्दा प्रति वर्ष शारदीय नवरात्रों के नवमी पर्व पर भ्रमण पर निकलती है तथा प्रथम रात्रि प्रवास के लिए काण्डा गांव पहुंचती है। उन्होंने बताया कि काण्डा, हूण्डू, उषाडा, दैडा़ व सारी गांवों को भगवती नन्दा का मायके वाला क्षेत्र माना जाता है। प्रधान बरंगाली महावीर सिंह नेगी ने बताया कि भगवती नन्दा के आगमन से ग्रामीणों में भारी उत्साह बना रहता है तथा भगवती नन्दा के आगमन पर ग्रामीणों द्वारा पौराणिक जागरों से भगवती नन्दा सहित 33 कोटि देवी – देवताओं का आवाहन किया जाता है। प्रधान उषाडा कुवर सिंह बजवाल ने बताया कि भगवती नन्दा के गाँव आगमन पर ग्रामीणों में भारी उत्साह बना रहता है तथा भगवती नन्दा के विदाई के समय ग्रामीणों में भावुक क्षण देखने को मिलतें है तथा महिलायें व धियाणियां दूर खेत – खलिहानों तक भगवती नन्दा को विदा करते है। प्रधान दैडा़ व प्रधान संगठन के मीडिया प्रभारी योगेन्द्र नेगी ने बताया कि भगवती नन्दा के गाँव आगमन पर विभिन्न प्रकार की पूजा सामाग्री के साथ स्थानीय व्यंजन अर्पित करने की परम्परा युगों पूर्व की है तथा भगवती नन्दा के आगमन पर अनेक प्रकार के धार्मिक अनुष्ठानों के आयोजन से क्षेत्र का वातावरण भक्तिमय बना रहता है। पूर्व सूचना अधिकारी गजपाल भटट् ने बताया कि शनिवार देर सांय भगवती नन्दा के पर्यटक गाँव सारी आगमन पर ग्रामीणों द्वारा फूल – मालाओं से भव्य स्वागत किया गया तथा भगवती नन्दा के विशेष श्रृंगार किया जाता है तथा रात्रि भर पौराणिक जागरो के माध्यम से भगवती नन्दा की महिमा का गुणगान किया जाता है! सामाजिक कार्यकर्ता जगदीश सिंह नेगी ने बताया कि रविवार दोपहर को भगवती नन्दा का भव्य मेले का आयोजन किया जायेगा जिसमें सैकड़ों ग्रामीण शामिल होकर क्षेत्र के खुशहाली की कामना करेंगे तथा सोमवार को भगवती नन्दा भावुक क्षणों के साथ विदा होकर अपने तप स्थल में जगत कल्याण के लिए तपस्यारत हो जायेगी।