ऊखीमठ : कुण्ड – चोपता – गोपेश्वर राष्ट्रीय राजमार्ग पर पांचवें दिन भी यातायात बहाल नही होने से क्षेत्र का तीर्थाटन पर्यटन व्यवसाय खासा प्रभावित हो गया है। दैनिक वस्तुओं की सप्लाई कई किमी दूर से होने के कारण दैनिक वस्तुओं की कीमतों में उछाल आना स्वाभाविक ही है। केदारनाथ से बदरीनाथ जाने वाले तीर्थ यात्रियों के कुछ वाहनों द्वारा विद्यापीठ से चुन्नी बैण्ड से आवागमन तो किया जा रहा है मगर मोटर मार्ग पर डामरीकरण न होने के कारण तीर्थ यात्रियों को हिचकोले खाकर सफर तय करना पड़ रहा है। स्थानीय जनता का कहना है कि यदि तोड़ी डोली – काकडागाड मोटर मार्ग का निर्माण कार्य लम्बे समय से अधर में नहीं लकटता तो क्षेत्रवासियों के साथ देश – विदेश के तीर्थ यात्रियों को इतने बडी़ समस्या का सामना नही करना पड़ता। वहीं कुण्ड – चोपता राष्ट्रीय राजमार्ग पर संसारी – जैबरी के मध्य मोटर मार्ग पर यातायात बहाल करने का निर्माण कार्य कछुवा गति से होने के कारण स्थानीय जनता में विभाग के खिलाफ आक्रोश बना हुआ है जो कि कभी सड़कों पर फूट सकता है।
बता दें कि कुण्ड – चोपता – गोपेश्वर राष्ट्रीय राजमार्ग पर विगत 12 मई को संसारी – जैबरी के मध्य चट्टान खिसकने से यातायात बाधित हो गया था। यातायात बाधित होने से तुंगनाथ घाटी सहित मदमहेश्वर घाटी का तीर्थाटन- पर्यटन व्यवसाय खासा प्रभावित होने के साथ तहसील मुख्यालय में सन्नाटा पसरने से व्यापारियों के व्यापार पर खासा असर देखने को मिल रहा है। पूर्व व्यापार संघ अध्यक्ष आनन्द सिंह रावत, अधिवक्ता नागेन्द्र राणा का कहना है कि यदि तोड़ी डोली + काकडागाड मोटर मार्ग का निर्माण कार्य लम्बे समय से अधर में नहीं लटका होता तो उक्त मोटर मार्ग से वैकल्पिक मोटर मार्ग के तौर पर आवागमन हो सकता था। गुरिल्ला संगठन जिलाध्यक्ष बसन्ती रावत ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात बाधित होने से स्थानीय व्यापार पर खासा असर देखने को मिल रहा है। स्थानीय व्यापारी नवदीप नेगी ने बताया कि कुछ वाहनों द्वारा लगभग 46 किमी अतिरिक्त सफर तय करने के बाद क्षेत्र में दैनिक वस्तुओं की सप्लाई तो की जा रही है मगर दैनिक वस्तुओं की सप्लाई अतिरिक्त दूरी तय करने के बाद कीमतों में उछाल आना स्वाभाविक ही है। स्थानीय व्यापारी महिपाल बजवाल ने बताया कि तीर्थ यात्रियों के कुछ वाहनों द्वारा विद्यापीठ – चुन्नी बैण्ड से आवागमन तो किया जा रहा है मगर मोटर मार्ग पर डामरीकरण न होने के कारण तीर्थ यात्रियों को हिचौले खाकर सफर तय करना पड़ रहा है। मदमहेश्वर घाटी के रासी गाँव निवासी शिव सिंह रावत ने बताया कि आगामी 19 मई से द्वितीय केदार मदमहेश्वर यात्रा का आगाज हो रहा है तथा संसारी – जैबरी के मध्य यातायात बाधित होने से मदमहेश्वर घाटी का तीर्थाटन – पर्यटन व्यवसाय खासा प्रभावित हो सकता है। वन पंचायत सरपंच पवन राणा का कहना है कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात बहाल करने का निर्माण कार्य कछुवा गति से किया जा रहा है यदि समय रहते यातायात बहाल नही हुआ तो स्थानीय जनता को राष्ट्रीय राजमार्ग के खिलाफ उग्र आन्दोलन के लिए बाध्य होना पडे़गा जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी शासन – प्रशासन व सम्बन्धित विभाग की होगी। वहीं दूसरी ओर राष्ट्रीय राजमार्ग के एई अनिल बिष्ट ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात बहाल करने का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर जारी है तथा शीघ्र यातायात बहाल करने के भरपूर प्रयास किये जा रहे है।