जिले में मौसम का सितम थमने का नाम नहीं ले रहा है। दिनभर बारिश, बर्फबारी होने से जिले में 94 गांव अभी भी बर्फ से ढके हुए हैं। औली में कोविड संक्रमण के चलते सभी पर्यटकों को वापस भेज दिया गया है। दूसरे दिन नगर पालिका द्वारा रोपवे को सेनेटाइज करने का कार्य किया। जिससे दिनभर रोपवे का संचालन दूसरे दिन भी ठप रहा।
94 गांव बर्फबारी से प्रभावित हुए हैं। इन गांवों के पैदल मार्ग भी बर्फ से ढके हुए हैं। हालांकि अभी इन गांवों में राशन मौजूद है। मगर काश्तकारी के लिए ग्रामीणों को पापड़ बेलने पड़ रहे हैं। बर्फबारी से ढके पैदल मार्ग के ऊपर ही आवाजाही कर ग्रामीण काश्तकारी करने को मजबूर हैं। बर्फबारी के चलते औली, गोरसों, बदरीनाथ, हेमकुंड साहिब के अलावा निचली चोटियां भी श्वेत धवल हो गई हैं। औली में बीते दिन गढ़वाल मंडल विकास निगम के कर्मचारियों के कोरोना पाजेटिव निकलने के बाद दूसरे दिन भी रोपवे का संचालन ठप रहा। नगर पालिका द्वारा गढ़वाल मंडल विकास निगम, रोपवे के अलावा आसपास के क्षेत्र को भी सेनेटाइज किया गया। औली के क्लिप टाप हाेटल में फंसे 16 पर्यटकों को स्थानीय निवासियों की मदद से जोशीमठ तक पहुंचाया गया है। भारी बर्फबारी के चलते जोशीमठ औली सड़क कीचड़ बैंड के पास अभी भी बंद है। औली में फंसे पर्यटकों को पैदल ही यहां तक लाया गया। उसके बाद वाहन से उन्हें जोशीमठ पहुंचाया गया है।