विकासखंड घाट के जाखणी गांव के रोडा गदेरे में सुरक्षा दीवार की मांग को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे ग्रामीणों ने तत्काल गांव को सुरक्षा मुहैया न कराए जाने पर आगामी विधानसभा चुनावों में मत बहिष्कार की चेतावनी दी है।
बताया कि 2016 में जाखणी गांव में भूस्खलन से भारी नुकसान हुआ था। ग्राम प्रधान रोशनी देवी का कहना कि लगातार गांव की सुरक्षा को लेकर ग्रामीण शासन प्रशासन से रोडा गदेरे में सुरक्षा दीवार की मांग कर रहे हैं। लेकिन पांच वर्ष बीत जाने के बाद भी किसी तरह की कार्यवाही नहीं हुई है। ऐसे में बरसात के मौसम में गांव के सभी परिवार अपने को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शासन प्रशासन से पुनः एक बार रोडा गदेरे में सुरक्षा दीवार निर्माण की अपील की गई है।
जेष्ठ प्रमुख अब्बल सिंह कठैत का कहना है कि 2016 में आपदा के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत जाखणी गांव पहुंचे थे। गांव के हालात को देखते हुए उन्होंने रोडा गदेरे पर सुरक्षा दीवार की घोषणा की थी। सिंचाई विभाग द्वारा लगभग चार करोड का प्राक्लन शासन को भेजा है। लेकिन उस पर किसी भी तरह की कार्यवाही नहीं की जा रही है। जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि इस पर शीघ्र आवश्यक कार्रवाई के लिए संबंधित विभाग को निर्देश दिए जाएंगे। इस मौके पर पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य शकुंतला देवी, चन्द्रमोहन सिंह, दर्शन सिंह फरस्वाण, पुष्कर सिंह, खुशाल सिंह, रमेश चन्द्र पुरोहित आदि मौजूद थे।