चारधाम यात्रा पर श्रद्धालुओं के लिए मौसम बड़ी चुनौती : डॉ० हरीश चन्द्र अन्डोला

Team PahadRaftar

श्रद्धालुओं के लिए मौसम बड़ी चुनौती

डॉ० हरीश चन्द्र अन्डोला

उत्तराखंड में एक ओर मौसम की मनमर्जियां जारी हैं। तो दूसरी ओर चारधाम यात्रा पर आए श्रद्धालुओं के
लिए मौसम बड़ी चुनौती बनता जा रहा है। धाम में लगातार बर्फबारी हो रही है। बर्फबारी की वजह से धाम में
शाम को तापमान माइनस तीन डिग्री तक पहुंच जा रहा है। जिस कारण पैदल मार्ग और धाम में श्रद्धालुओं
को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग ने भी आगामी तीन मई तक चारधाम में
बर्फबारी की चेतावनी जारी की है। रुद्रप्रयाग पुलिस-प्रशासन ने भी लोगों से अपील है कि वो मौसम का
मिजाज देखकर ही आगे बढ़ें। बाबा केदार के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं से सरकार ने निवेदन किया
है कि वो एक मई के बाद का ही अपना रजिस्ट्रेशन कराएं। क्योंकि एक मई के लिए करीब 30 हजार लोगों ने
बाबा केदार के दर्शन करने के लिए अपना रजिस्ट्रेशन कराया है।बर्फबारी के बाद केदारनाथ धाम में लगातार
तापमान में गिरावट देखी जा रही है, जिससे यहां पर ठंड काफी बढ़ गई है, जिसका असर बुजुर्ग तीर्थयात्रियों
के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। केदारनाथ धाम में अभी तक चार लोगों की मौत हो चुकी है। इन तीर्थयात्रियों की
मौत का कारण ठंड और ऑक्सीजन की कमी के कारण हार्टअटैक आना ही बताया जा रहा है। शाम के समय
तो तापमान माइनस 3 डिग्री तक पहुंच रहा है। ऐसे में यात्रियों को कहीं न कहीं दिक्कतें हो रही हैं। अभी तक
दो हजार से अधिक यात्रियों का ट्रीटमेंट किया गया है।रुद्रप्रयाग पुलिस अधीक्षक ने कहा कि मौसम को
देखते हुए यात्रा का संचालन किया जा रहा है। सोनप्रयाग में रजिस्ट्रेशन चेक करने के बाद यात्रियों को आगे
भेजा जा रहा है। सुबह चार बजे से गौरीकुंड बैरियर यात्रियों के लिये केदारनाथ धाम जाने के लिये खोला जा
रहा है।जिला प्रशासन के मुताबिक बीते पांच दिनों में 70 हजार से ज्यादा तीर्थयात्री बाबा केदार के दर्शन कर
चुके है। वहीं यात्रियों की भीड़ के कारण सोनप्रयाग में लंबा जाम लग जा रहा है। धाम में मौसम खराब होने
के कारण तीर्थयात्रियों को सुबह 10 बजे तक ही सोनप्रयाग से आगे के लिए भेजा जा रहा है।

आपको बता दें कि सोनप्रयाग से ही यात्रियों को शटल सेवा के जरिये गौरीकुंड के लिये भेजा जा रहा है। गौरीकुंड से ही
केदारनाथ धाम के लिए 16 किमी की लंबी खड़ी चढ़ाई शुरू होती है।सोनप्रयाग और गौरीकुंड बैरियर सुबह
चार बजे खोले जा रहे हैं। गौरीकुंड बैरियर को इन दिनों मौसम खराब होने के कारण दोपहर 12 बजे बंद किया जा रहा है। धाम जाने वाले यात्रियों को सुबह दस बजे से पहले सोनप्रयाग पहुंचकर अपना रजिस्ट्रेशन

चेक करवाकर आगे की यात्रा करनी होगी। यदि मौसम खराब रहता है। और यात्री दस बजे बाद सोनप्रयाग
पहुंचते हैं। तो उन्हें यात्रा करने के लिये एक दिन का इंतजार और करना पड़ सकता है!

लेखक वर्तमान में दून विश्वविद्यालय कार्यरत हैं।

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