घाटी का दर्द : उर्गमघाटी की लाइफ लाइन ध्वस्त, नौ दिन बाद भी नहीं खुला मार्ग, ग्रामीणों ने दस दिनों में सड़क न खुलने पर आंदोलन की दी चेतावनी – रघुवीर नेगी की खास रिपोर्ट

Team PahadRaftar

रिपोर्ट रघुबीर नेगी

उर्गम घाटी की लाइफ लाइन सडक 9 वें दिन भी बंद

पंचम केदार कल्पेश्वर महादेव एवं पंचबदरी में ध्यान बदरी को जोड़ने वाली सड़क नौवें दिन भी नही खुली 18 – 19 जून को हुई बारिश एवं लघु जल विद्युत परियोजना की नहर के ओवरफ्लो के कारण उर्गम घाटी की लाइफ लाइन सड़क बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गयी और उर्गम घाटी का सम्पर्क मार्ग देश और दुनिया से कट गया कल्पगंगा पर यूजेवीएन लिमिटेड का 2 × 1500 किलोवाट का पावर हाउस हमेशा ही उर्गम घाटी की सडके के लिए अभिश्राप से बढ़कर कुछ नही है। हर बार की बारिश से नहर सड़क को बहाकर ले जाती है लगातार उर्गम घाटी के ग्रामीण नहर की जगह लोहे मोटे पाइप लगाने की मांग कर रहे हैं। 12 करोड़ से भी अधिक की धनराशि खर्च होने के बाद भी उर्गम घाटी की सड़क घटिया निर्माण की भैट चढ़ चुकी है।पीएमजीएसवाई की सड़क हर साल सोने के अंडे देने वाली मुर्गी की तरह है।

राज्य गठन के बीस वर्ष के बाद भी सड़क आरटीओ पास नही हो सकी जबकि राज्य में दोनों प्रमुख दल बीजेपी कांग्रेस की सरकारे रही राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी दो किमी सड़क का सफर किया पर सडक की दशा नही सुधरी दर्जनों विधायक मंत्री राज्य के विधान सभा अध्यक्ष उपजिला अधिकारी जिला अधिकारी सचिवों के उर्गम घाटी दौरे होते रहे पर सडक की स्थिति जस की तस है सडक खोलने के बजाय पावर हाउस अपनी नहर के बैराज की मरम्मत करने में जुड गया है पावर हाउस के अधिकारी अपनी गलती मानने को तैयार नही जबकि तस्वीरें गवाह है कि नहर के ओबर फ्लो के कारण सड़क धवस्त हुयी उर्गम घाटी के जनप्रतिनिधियों ने उपजिला अधिकारी के माध्यम से जिला अधिकारी चमोली को ज्ञापन भेजकर जल्द सड़क खोलने की मांग की। ल्यांरी थैंणा के प्रधान एवं प्रधान संघ जोशीमठ के अध्यक्ष अनूप नेगी का कहना है कि Pmgsy प्रशासन पावर हाउस के अधिकारी एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ हेलंग उर्गम मोटर मार्ग का स्थलीय निरीक्षण किया जाना चाहिए। उन्होने चेतावनी देते हुये कहाँ कि 10 दिनों के भीतर कार्यवाही नही की गयी तो उर्गम घाटी आन्दोलन के लिए बाध्य होगी और मुहाने से ही पावर हाउस की नहर बंद की जायेगी।

टैक्सी व्यवसाय से जुड़े प्रेम सिह ममगाई का कहना है कि पहले ही कोरोना के कारण टैक्सी व्यवसाय चौपट हो चुका है जो कि हमारी एकमात्र आजीविका का साधन है और अब हेलंग उर्गम मोटर मार्ग के बाधित होने से टैक्सी मालिकों की आजीविका प्रभावित हो रही है हर बार पावर हाउस की लापरवाही हेलंग उर्गम मोटर मार्ग को ध्वस्त कर देती है
कल्प क्षेत्र आन्दोलन के सचिव लक्ष्मण सिंह नेगी का कहना है कि हेलंग उर्गम मोटर मार्ग के ध्वस्त होने से घाटी में राशन संकट गहरा सकता है क्योंकि पैदल मार्ग भी नही बचा है हनुमान मंदिर के पास सड़क का स्थायी ट्रीटमेंट किया जाना चाहिए। क्योंकि सड़क बाधित होने से उर्गम घाटी के विकास कार्यों में बाधा उत्पन्न हो रही है।

नन्दीकुंड ट्रेकिंग एण्ड एडवेंचर टूर एण्ड ट्रैवलस के प्रबंधक संदीप नेगी का कहना है कि बारबार सड़क अवरुद्ध होने से पर्यटन तीर्थाटन पर बुरा असर पड़ा है। हर बार उर्गम घाटी में पर्यटकों के वाहन फंस जाते हैं अभी भी दर्जनों वाहन उर्गम घाटी में फंसे हैं। स्थानीय दुकानदार एवं समाजसेवी बख्तावर सिंह रावत का कहना है कि सड़क बाधित होने से दुकानों में दैनिक जीवन में आने वाले सामान सहित अन्य जरूरी वस्तुएं खत्म हो चुकी है ऐसे में यदि सड़क और बंद रही तो हालत और भी खराब हो सकते हैं। हेलंग उर्गम मोटर मार्ग ब्लॉक प्रमुख जोशीमठ हरीश परमार का कहना है कि सड़क बंद होने से उर्गम घाटी में जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है।
18 गांवों की लाइफ लाइन है जो कि वर्तमान में पूरी तरह से कट चुकी है उन्होंने जिला अधिकारी से जल्द मशीने भेजकर हेलंग उर्गम मोटर मार्ग खुलवाने की मांग की।

Next Post

प्यार और दर्द का अहसास अल्फाजों के साथ - कवियत्री शशि देवली

आज की भागदौड़ भरी जीवन शैली में जहां हर कोई जिन्दगी रूपी सफर में अपने – अपने कर्म रूपी कश्ती में सवार है और इस अविराम सफर में इंसान स्वयं को,अपने वजूद को ही भूल गया है। वहीं यह पुस्तक “इश्क से राब्ता”गजल संग्रह पाठकों के हृदय को छूकर भावनाओं […]

You May Like