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शिव के जयकारों से गूंजा पंचम केदार कल्पेश्वर महादेव
रघुबीर नेगी
उर्गमघाटी : पंच केदारों में विराजमान एकमात्र केदार कल्पेश्वर महादेव जिसे शिव का पांचवां केदार कहा जाता है। चार केदार बंद होने से पंचम केदार कल्पेश्वर महादेव मंदिर में कल्पनाथ मंदिर प्रबंधकारिणी समिति देवग्राम उर्गमघाटी द्वारा धूमधाम से मनाया जाता है। इस वर्ष भारी भीड़ ने कुल 10793 भक्तों ने पंचम केदार कल्पेश्वर महादेव मंदिर में पूजा अर्चना कर देश की सुख समृद्धि की कामना की। श्री कल्पनाथ मंदिर प्रबंधकारिणी समिति देवग्राम ने महिला विकास समिति देवग्राम के सहयोग से 11000 चौलाई के लड्डूओं का भोग लगाकर भक्तों को प्रसाद वितरण किया। सुबह तीन बजे से ही भक्तों की लाइन शुरू हो गयी पूजा अर्चना श्रृंगार के बाद 4 बजे से भक्तों ने महादेव के दर्शन किये।
कौन है पुजारी पंचम केदार कल्पेश्वर महादेव मंदिर में
पंचम केदार कल्पेश्वर महादेव मंदिर में प्राचीन समय से ही भल्ला वंशजों के ठाकुर नेगी परिवार पुजारी एवं कल्पनाथ मंदिर प्रबंधकारिणी प्रबंधन करती है वर्तमान समय में कल्पेश्वर महादेव मंदिर में 42 सदस्य हैं । इसके अतिरिक्त भल्ला वंशजों गौरा देवी मंदिर भैरवनाथ दक्षिण काली पांडव देवता के पुजारी भी है।
कहां है कल्पेश्वर महादेव मंदिर
पंचम केदार कल्पेश्वर महादेव मंदिर उत्तराखंड प्रदेश के चमोली जनपद की सीमान्त तहसील ज्योर्तिमठ के आंचल में स्थित सुदूरवर्ती उर्गम घाटी में स्थित है। महादेव का रह पावन स्थान कल्पगंगा के किनारे स्थित है । कल्पगंगा को हिरणावती नदी भी कहा जाता है।
पंच केदार में एकमात्र केदार जहां भव्य होती है शिवरात्रि
चार केदार शीतकालीन बंद रहते हैं इसलिए लाखों की संख्या में भक्त महादेव के दर्शन के लिए आते हैं।
महादेव भरते हैं निसंतान दम्पति की गोद
पंचम केदार कल्पेश्वर महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व पर निसंतान दम्पति रात्रि जागरण करते हैं और भक्त भजन कीर्तन संध्या करते हैं। महादेव की कृपा से निसंतान दम्पति की मुराद पूरी होती है। लोगों का महादेव पर भरोसा है सबके कष्ट हरते हैं कल्पेश्वर महादेव।
पंचम केदार कल्पेश्वर महादेव मंदिर में शिव के जटा रूप की पूजा अर्चना की जाती है यह स्थान बारह महीने खुला रहते हैं भगवान कल्पेश्वर महादेव के आराध्य पंचबद्री में ध्यान बदरी उर्गमघाटी भी बारह महीने खुला रहता है आप उर्गम घाटी में 12 महीने पंचम केदार कल्पेश्वर महादेव एवं प्रथम बद्री ध्यान बदरी के दर्शन कर सकते हैं ।
कैसे पहुंचें कल्पेश्वर महादेव मंदिर
पंचम केदार कल्पेश्वर महादेव मंदिर में प्राचीन समय से ही भल्ला वंशजों के ठाकुर नेगी परिवार पुजारी एवं कल्पनाथ मंदिर प्रबंधकारिणी प्रबंधन करती है वर्तमान समय में कल्पेश्वर महादेव मंदिर में 42 सदस्य हैं । इसके अतिरिक्त भल्ला वंशजों गौरा देवी मंदिर भैरवनाथ दक्षिण काली पांडव देवता के पुजारी भी है।
कहां है कल्पेश्वर महादेव मंदिर
पंचम केदार कल्पेश्वर महादेव मंदिर उत्तराखंड प्रदेश के चमोली जनपद की सीमान्त तहसील ज्योर्तिमठ के आंचल में स्थित सुदूरवर्ती उर्गम घाटी में स्थित है। महादेव का रह पावन स्थान कल्पगंगा के किनारे स्थित है । कल्पगंगा को हिरणावती नदी भी कहा जाता है।
पंच केदार में एकमात्र केदार जहां भव्य होती है शिवरात्रि
चार केदार शीतकालीन बंद रहते हैं इसलिए लाखों की संख्या में भक्त महादेव के दर्शन के लिए आते हैं ।
महादेव भरते हैं निसंतान दम्पति की गोद
पंचम केदार कल्पेश्वर महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व पर निसंतान दम्पति रात्रि जागरण करते हैं और भक्त भजन कीर्तन संध्या करते हैं। महादेव की कृपा से निसंतान दम्पति की मुराद पूरी होती है। लोगों का महादेव पर भरोसा है सबके कष्ट हरते हैं कल्पेश्वर महादेव।
पंचम केदार कल्पेश्वर महादेव मंदिर में शिव के जटा रूप की पूजा अर्चना की जाती है यह स्थान बारह महीने खुला रहते हैं भगवान कल्पेश्वर महादेव के आराध्य पंचबद्री में ध्यान बदरी उर्गम घाटी भी बारह महीने खुला रहता है आप उर्गम घाटी में 12 महीने पंचम केदार कल्पेश्वर महादेव एवं प्रथम बद्री ध्यान बदरी के दर्शन कर सकते हैं ।
कैसे पहुंचें कल्पेश्वर महादेव मंदिर
पंचम केदार कल्पेश्वर महादेव मंदिर पहुंचने के लिए 235 किमी ऋषिकेश से हेलंग पहुंचा जाता है फिर अलकनंदा नदी को पार कर 16 किमी कल्पेश्वर महादेव मंदिर पहुंचा जाता मात्र 200 मी पैदल यात्रा कर महादेव के दर्शन होते है आप यहां पूजा अर्चना आराम से सुन्दर ढंग से कर सकते हैं ।
पूजा अर्चना एवं अधिक जानकारी के लिए आप कल्पनाथ मंदिर प्रबंधकारिणी समिति देवग्राम उर्गम घाटी से निम्न नम्बरों पर सम्पर्क कर सकते हैं 9412964230
+919761566252
+919456310139
इस अवसर पर मुख्य पुजारी नरेंद्र सिंह हरि सिंह कुलदीप सिंह विक्रम सिंह विनोद अध्यक्ष रघुबीर सिंह सचिव संदीप सिंह कोषाध्यक्ष महेश गजेन्द्र रंजना देवी दिलवर सिंह लक्ष्मण सिंह यादवेन्द्र सतेन्द्र अंकित डिमरी पुष्पा देवी प्रधान प्रशासक देवेन्द्र रावत देवग्राम मंजू देवी प्रशासक भर्की मिकंल देवी प्रशासक उर्गम हरकी देवी समेत सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।