लक्ष्मण नेगी
ऊखीमठ : पीएमजीएसवाई व लोक निर्माण विभाग की अनदेखी के कारण ऊखीमठ – उनियाणा – रासी मोटर मार्ग जानलेवा बना हुआ है। वर्ष 2014 में पीएमजीएसवाई द्वारा मोटर मार्ग के रख – रखाव पर 14 करोड़ व्यय करने के बाद विभाग द्वारा वर्तमान समय में लोक निर्माण विभाग को कैसे स्थानांतरित किया यह पहेली बनी हुई है। भले ही लोक निर्माण विभाग द्वारा मोटर मार्ग के रख – रखाव व डामरीकरण के लिए 4 करोड़ 90 लाख रुपये का आकणन तैयार कर स्वीकृति के लिए प्रदेश सरकार को भेज दिया है मगर पूर्व में पीएमजीएसवाई द्वारा मोटर मार्ग के विस्तारीकरण व डामरीकरण पर व्यय हुए 14 करोड़ की जांच फाइलों में कैद रहने से शासन – प्रशासन की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में आने स्वाभाविक ही है। लोक निर्माण विभाग द्वारा मोटर मार्ग के डामरीकरण के लिए भेजे 4 करोड़ 90 लाख के आकणन को कब स्वीकृति मिलती यह तो भविष्य के गर्भ में है मगर वर्तमान समय में मोटर की स्थिति जर्जर होने से राहगीरों को जान – जोखिम में डालकर आवाजाही करने पड़ रही है।
बता दें कि ऊखीमठ – उनियाणा – रासी मोटर मार्ग निर्माण के बाद हमेशा विवादों में रहा है। पीएमजीएसवाई द्वारा वर्ष 2014 में मोटर मार्ग के विस्तारीकरण व डामरीकरण में 14 करोड़ व्यय तो किये गये मगर मोटर मार्ग के विस्तारीकरण व डामरीकरण की गुणवत्ता को दरकिनार करने से विभागीय अधिकारी खूब मालामाल बने। मद्महेश्वर घाटी विकास मंच के पदाधिकारियों व मद्महेश्वर घाटी के जनप्रतिनिधियों के सयुक्त तत्वावधान में वर्ष 2018 में मोटर मार्ग पर व्यय हुए 14 करोड़ की जांच की मांग को लेकर कई दिनों तक तहसील परिसर में आन्दोलन भी चला तथा शासन – प्रशासन व पीएमजीएसवाई के अधिकारियों ने उचित जांच करने का कोरा आश्वासन देकर आन्दोलन को समाप्त तो किया मगर आज तक जांच फाइलों में कैद रहने से शासन – प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगने स्वाभाविक ही है। वर्तमान समय में पीएमजीएसवाई द्वारा मोटर मार्ग को लोक निर्माण विभाग को आनन – फानन में स्थानान्तरित किया गया तथा लोक निर्माण विभाग द्वारा मोटर मार्ग के रख – रखाव व डामरीकरण के लिए 4 करोड़ 90 लाख रुपये का आकणन प्रदेश सरकार को भेजा गया है मगर 4 करोड़ 90 लाख रुपये के आकणन को कब स्वीकृति मिलती यह भविष्य के गर्भ में है। मद्महेश्वर घाटी विकास मंच पूर्व अध्यक्ष मदन भट्ट, प्रताप सिंह चौहान ने बताया कि मोटर मार्ग जगह – जगह गड्ढों में तब्दील होने से राहगीरों को जान हथेली पर रखकर आवाजाही करने पड़ रही है। व्यापार संघ अध्यक्ष मनसूना अवतार सिंह राणा का कहना है कि जरा सी बारिश में मोटर मार्ग कीचड़ में तब्दील होने से ग्रामीणों को आवाजाही करने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। प्रधान रासी कुन्ती नेगी, बुरूवा सरोज भट्ट, गडगू बिक्रम नेगी, पाली सरूणा प्रेमलता पन्त का कहना है कि यदि समय रहते मोटर मार्ग का रख – रखाव व डामरीकरण नहीं किया गया तो क्षेत्रीय जनता को सड़कों पर उतरने के लिए बाध्य होना पडे़गा जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी शासन – प्रशासन की होगी।