लक्ष्मण नेगी
ऊखीमठ : मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में ‘‘मुख्यमंत्री जल संरक्षण एवं संवर्धन ‘‘ के सफल एवं उत्कृष्ट क्रियान्वयन के संबंध में विभागीय अधिकारियों के साथ प्रशिक्षण आयोजित किया गया। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी द्वारा नोडल अधिकारियों को उनकी भूमिका एवं उत्तर दायित्वों से अवगत कराया गया। साथ ही योजना के तहत शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में किए गए कार्यों की दैनिक एवं साप्ताहिक रिपोर्ट उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान जुलाई माह के साथ-साथ आगामी अगस्त और सितंबर माह में जनपद में चलाए जाने वाले ‘‘मुख्यमंत्री जल संरक्षण एवं संवर्धन अभियान‘‘ के अंतर्गत जल संग्रह संरचनाओं (चाल-खाल, खंती, चेकडैम) के निर्माण एवं वृक्षारोपण की कार्ययोजना बनाने तथा विभिन्न विभागों की भूमिका एवं उत्तरदायित्वों पर भी चर्चा की गई। साथ ही नोडल अधिकारियों को लक्ष्य आवंटित किए गए। मुख्य विकास अधिकारी ने वन विभाग, कृषि विभाग, पंचायतीराज, पेयजल निगम, जल संस्थान, सिंचाई विभाग, लघु सिंचाई, ग्राम्य विकास, शिक्षा विभाग, उद्यान विभाग, जलागम, स्वजल आदि सभी विभागों को अपने-अपने विभागीय स्तर पर विभागीय क्षमतानुसार जल संरक्षण एवं संवर्धन की कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को आपसी समन्वय से संयुक्त कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। इस दौरान अधिशासी अभियंता सिंचाई खुशवंत सिंह चौहान, सहायक अभियंता संजय रावत, केदारनाथ योगेश कोठियाल, जल संस्थान रेवत सिंह रावत सहित अन्य रेखीय विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।