लक्ष्मण नेगी
ऊखीमठ : भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली के कैलाश से शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मन्दिर ऊखीमठ आगमन पर मनसूना में आयोजित प्रथम भजन संध्या स्थानीय कलाकारों के नाम रही। स्थानीय कलाकारों द्वारा भजन संध्या में धार्मिक भजनों की शानदार प्रस्तुति दी गयी जिसका दर्शकों ने देर रात तक भरपूर लुफ्त उठाया।
मदमहेश्वर घाटी के मनसूना में आयोजित तीन दिवसीय मदमहेश्वर मेले के आयोजन से धीरे – धीरे रौनक लौटने लगी है। भजन संध्या में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए मदमहेश्वर घाटी की उभरती लोक गायिका / प्रधान रासी कुन्ती नेगी ने कहा कि धार्मिक मेलों के आयोजन से ग्रामीणों में प्यार, प्रेम व सौहार्द बना रहता है तथा स्थानीय कलाकारों को उचित मंच मिलता है।
उन्होंने कहा कि मदमहेश्वर घाटी में तीर्थाटन, पर्यटन की अपार सम्भावनाएं हैं इसलिए स्थानीय तीर्थाटन, पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सामूहिक पहल होने चाहिए। विशिष्ट अतिथि सामाजिक कार्यकर्ता महेश बुरियाल ने कहा कि इस प्रकार के धार्मिक मेलों के आयोजन से क्षेत्र में खुशहाली बनी रहती है तथा विभिन्न विद्यालयों के नौनिहालों, महिला मंगल दलों व स्थानीय कलाकारों को अपने प्रतिभा दिखाने का सुनहरा अवसर मिलता है।
मेला संयोजक फगण सिंह पंवार ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मदमहेश्वर घाटी के जनमानस के सहयोग से प्रति वर्ष मनसूना में आयोजित होने वाला तीन दिवसीय मदमहेश्वर मेला भव्य रूप लेने लगा है। भजन संध्या का शुभारंभ लोक गायिका कुन्ती नेगी ने देव स्तुति से किया तथा लोक गायिका आसमा नेगी, शिक्षिका सुलोचना रावत, लोक गायक विनोद बुरियाल, नवीन कपर्वाण, जी आई सी मनसूना के नौनिहालों ने अनेक धार्मिक भजनों की प्रस्तुति दी जिसका दर्शकों ने देर रात तक भरपूर लुफ्त उठाया जबकि शैलेन्द्र, कुन्दन बिष्ट, अजीत रुढियाल, महेश फेगवाल, गोविन्द शरण ने संगीत पर साथ दिया तथा संचालन मेला सचिव दलवीर सिंह नेगी ने किया! इस मौके पर जिला पंचायत सदस्य / मेला संरक्षक विनोद राणा, अध्यक्ष संजय मनवाल, कोषाध्यक्ष नर्मदा देवी, मीडिया प्रभारी योगेन्द्र भटट्, बलवीर राणा, राय सिंह रावत, रेखा देवी, दर्शनी देवी, अनीता देवी, दीपा देवी, मेघा देवी, अंशू थपलियाल, गंगा कठैत सहित मेला समिति के पदाधिकारी, सदस्य विभिन्न गांवों के जनप्रतिनिधि व सैकड़ों दर्शक मौजूद थे।