लक्ष्मण नेगी
ऊखीमठ : द्वितीय केदार भगवान मदमहेश्वर के आधार शिविर बनातोली में नदी पर बना पुल तेज धाराओं में समाने के कारण मदमहेश्वर धाम सहित यात्रा पडा़वों पर फंसे सभी तीर्थ यात्रियों का रेस्क्यू करने के बाद प्रशासन ने गहरी सांस ली है। फिलहाल बनातोली में लोक निर्माण विभाग द्वारा ट्राली लगाने पर विचार किया जा रहा है। मदमहेश्वर धाम सहित यात्रा पड़ावों पर फंसे सभी तीर्थयात्रियों का सफल रेस्क्यू होने पर स्थानीय जनता ने शासन – प्रशासन व गौण्डार के ग्रामीणों का आभार व्यक्त किया है।
बता दे कि 14 अगस्त प्रातः 6ः45 बजे मदमहेश्वर जाने वाले रास्ते बणतोली नामक स्थान पर मोरकंडा नदी पर बना हुआ लोहे का पुल बह गया था जिस कारण मदमहेश्वर धाम सहित यात्रा पड़ावों पर लगभग 300 तीर्थ यात्री फंस गए थे जिलाधिकारी के निर्देशन में फंसे यात्रियों का सुरक्षित रेस्क्यू किए जाने के लिए टीमों को घटना स्थल के लिए रवाना किया गया जिसमें एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, डीडीआरएफ, पुलिस व जिला प्रशासन,तहसील प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग की टीम को रवाना किया गया तथा उक्त टीमों द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए उक्त टीमों द्वारा मंगलवार को 52 लोगों का सफल मैन्युअल रेस्क्यू किया गया था।
मद्महेश्वर गांव की महिलाओं ने बनाया अस्थाई हैली पैड
बुधवार को पुनः रेस्क्यू अभियान चलाया गया जहां मदमहेश्वर घाटी मे स्थानीय महिलाओं द्वारा नानू में अस्थाई हैलीपैड़ बनाया गया जहां से फंसे यात्रियों को हैलीकाॅप्टर के माध्यम से रेस्क्यू करते हुए हैलीपैड़ रांसी पहुंचाए गए। जानकारी देते हुए आपदा प्रबंधन अधिकारी नन्दन सिंह रजवार ने बताया कि उन्होंने कि हैलीकाॅप्टर के माध्यम से 190 लोगों का तथा 103 लोगों का मैन्युअल रेस्क्यू किया गया। इस प्रकार कुल 293 श्रद्धालुओं का सफल रेस्क्यू किया गया।
रेस्क्यू टीम में एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, डीडीआरएफ, पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, वन विभाग सहित तहसील प्रशासन से तहसीलदार दीवान सिंह राणा,नायब तहसीलदार जयकृत सिंह रावत और राजस्व उपनिरीक्षक दिवाकर डिमरी, जिला पंचायत सदस्य विनोद राणा, ग्राम प्रधान वीर सिंह पंवार व स्थानीय ग्रामीणों आदि के सहयोग से सफल रेस्क्यू कार्य संपन्न किया गया।
मदमहेश्वर घाटी में फंसे तीर्थ यात्रियों नेे सफल रेस्क्यू के उपरांत भाजपा ऊखीमठ मण्डल महामंत्री दलवीर सिंह नेगी, मदमहेश्वर घाटी विकास मंच पूर्व अध्यक्ष राकेश नेगी,मदन भटट् सहित मदमहेश्वर घाटी के जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने प्रदेश सरकार एवं जिला प्रशासन तहसील प्रशासन तथा रेस्क्यू टीमों व गौण्डार के ग्रामीणों आभार व्यक्त किया। वही दूसरी ओर मदमहेश्वर घाटी में हुई अतिवृष्टि के कारण ग्राम पंचायत रासी की सीमा में मधु गंगा के किनारे ग्राम पंचायत रासी व पंवार कंस्ट्रक्शन के सहयोग से निर्माणाधीन दो मेगावाट की अति लघु जल विद्युत परियोजना को भारी नुकसान हुआ है! जानकारी देते हुए पंवार कंस्ट्रक्शन के चैयरमेन कमल पंवार ने बताया कि 14 अगस्त को मधु गंगा नदी का जल स्तर उफान में आने के कारण निर्माणाधीन अति लघु जल विद्युत परियोजना में लगभग नौ लाख रुपये का नुकसान होने का अनुमान है।