लक्ष्मण नेगी
ऊखीमठ : भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मन्दिर के निकटवर्ती ब्राह्मण खोली गांव में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत ज्ञान यज्ञ पूर्णाहुति के साथ सम्पन्न हो गया है। सात दिवसीय श्रीमद्भागवत ज्ञान यज्ञ के आयोजन से ऊखीमठ का वातावरण भक्तिमय बना रहा तथा प्रतिदिन सैकड़ों श्रद्धालुओ ने कथा श्रवण कर विश्व समृद्धि व क्षेत्र के खुशहाली की कामना की। बदरी – केदार मन्दिर समिति के पूर्व वेदपाठी व केदार घाटी के सामाजिक सरोकारों से जुड़े रहे आचार्य स्वर्गीय श्री हर्ष जमलोकी की पुण्य स्मृति में परिजनों द्वारा आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत ज्ञान यज्ञ के समापन अवसर पर कथावाचक दयानन्द देवशाली ने कहा कि आत्म शक्ति प्राप्त होना ही मानव जीवन की सबसे बड़ी सफलता है, भक्ति, ज्ञान व आत्म शक्ति के बल पर जो मनुष्य हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर लेता वह सदैव समाज में पूजा जाता है।
उन्होंने कहा कि मानव जीवन की सफलता के मुख्य तीन आधार हैं, पहला भक्ति, दूसरा ज्ञान और तीसरा आत्म शक्ति। ये तीनो एक दूसरे के पूरक हैं। कथावाचक दयानन्द देवशाली ने कहा कि जो मनुष्य श्रीमद्भागवत ज्ञान यज्ञ का निस्वार्थ भाव से कथा श्रवण करता है से बुद्धि, तेज, आयु, सम्पत्ति, सुख,यश, पुत्र, पौत्रादि, मुक्ति तथा मोक्ष की प्राप्ति होती है तथा वह जन्म मरण के बन्धन से छुटकारा पा लेता है। सात दिवसीय श्रीमद्भागवत ज्ञान यज्ञ में प्रति दिन रविन्द्र बडोनी, नीरज पंत, हिमाशु मैठाणी द्वारा संगीत पर साथ देकर ब्रह्मणखोली के वातावरण को देवतुल्य बनाने में पूर्ण सहयोग किया गया तथा आचार्य बच्ची राम सेमवाल, भगवती प्रसाद सेमवाल, उमा दत्त मैठाणी द्वारा वेद ऋचाओं का उच्चारण करने से वातावरण भक्तिमय बना रहा। इस मौके पर विजय प्रसाद मैठाणी, डा0 शशि भूषण मैठाणी, त्रिलोचनी देवी, विश्व मोहन जमलोकी, अभ्युदय जमलोकी, श्रीवर्ध जमलोकी, सूरज जमलोकी, शिवभ जमलोकी, शुभम जमलोकी, सर्वेशानन्द जमलोकी, राकेश जमलोकी, सतीश चन्द्र नौटियाल, जगदम्बा प्रसाद बेजवाल, प्रवण नौटियाल, डा0 विश्वनाथ किमोठी, देवी प्रसाद खाली, मनस्वी नौटियाल, नवीन मैठाणी,राजन सेमवाल, गिरीश मैठाणी, वेद प्रकाश जमलोकी, भगवती प्रसाद भटट, शैलेन्द्र मैठाणी, भुवनेश जमलोकी, रमेश चन्द्र सेमवाल, शैली नौटियाल, रश्मि बेजवाल, आशा जमलोकी, सैलजा जमलोकी, रंजना बेजवाल, दिनेश जमलोकी सहित सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद रहे।