लक्ष्मण नेगी
ऊखीमठ : द्वितीय केदार मदमहेश्वर यात्रा का आधार शिविर व सीमान्त ग्राम पंचायत गौण्डार आजादी के बाद पहली बार यातायात से जुड़ने जा रहा है। राज्य योजना के अन्तर्गत अकतोली – गौण्डार 5 किमी मोटर मार्ग का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर जारी रहने से आगामी 6 माह के अन्तर्गत गौण्डार गाँव तक मोटर मार्ग का निर्माण कार्य पूर्ण होने का अनुमान लगाया जा रहा है। आगामी 2025 की मदमहेश्वर यात्रा शुरू होने पर तीर्थ यात्रियों को गौण्डार गाँव तक पहुंचने के लिए यातायात सुविधा मिल सकती है। मोटर मार्ग का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर जारी रहने तथा गौण्डार गाँव के पहली बार यातायात से जुड़ने के कारण ग्रामीणों में भारी उत्साह बना हुआ है। मदमहेश्वर यात्रा के आधार शिविर गौण्डार गाँव के यातायात से जुड़ने के बाद मदमहेश्वर घाटी में तीर्थाटन – पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा मिलने , मदमहेश्वर घाटी के पैदल ट्रकों को विशिष्ट पहचान मिलने के साथ गौण्डार – मदमहेश्वर यात्रा पड़ावों का भी चहुंमुखी विकास होगा।
बता दें कि राज्य योजना के अन्तर्गत अकतोली – गौण्डार 5 किमी मोटर मार्ग का निर्माण कार्य लोक निर्माण विभाग द्वारा दो वर्ष पूर्व शुरू किया गया था मगर कार्यदाही संस्था की उदासीनता के कारण मोटर मार्ग का निर्माण कार्य लम्बे समय तक में अधर में लटका रहा। लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियन्ता मनोज कुमार भट्ट की कार्यकुशलता व गौण्डार गाँव के ग्रामीणों के सहयोग से इस वर्ष मई माह से अकतोली – गौण्डार मोटर मार्ग का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर दोबारा शुरू किया गया तथा अब तक मोटर मार्ग के प्रथम चरण का 30 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा हो चुका है तथा आने वाले मई माह में मोटर मार्ग के प्रथम चरण के निर्माण कार्य पूर्ण करने के प्रयास किये जा रहे हैं। प्रधान गौण्डार बीर सिंह पंवार ने बताया कि मोटर मार्ग का निर्माण कार्य गतिमान है तथा आगामी मई माह तक प्रथम चरण का निर्माण कार्य पूर्ण होने की सम्भावना है। उन्होंने बताया कि मोटर मार्ग निर्माण से ग्रामीणों में भारी उत्साह बना हुआ है। पूर्व प्रधान भगत सिंह पंवार का कहना है कि अकतोली – गौण्डार मोटर मार्ग का निर्माण कार्य पूर्ण होने से मदमहेश्वर धाम पहुंचने के लिए पांच किमी पैदल दूरी कम होगी तथा मदमहेश्वर धाम पहुंचने वाले तीर्थ यात्रियों, पर्यटकों व सैलानियों की आवाजाही में भारी इजाफा होगा। पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य शिवानन्द पंवार का कहना है कि गौण्डार गाँव तक यातायात सुविधा मिलने से मदमहेश्वर घाटी के तीर्थाटन – पर्यटन व्यवसाय में इजाफा , स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा मिलने के साथ मन्दिर समिति की आय में भी वृद्धि होगी। मदमहेश्वर घाटी के पैदल ट्रेको को विशिष्ट पहचान दिलाने वाले अभिषेक पंवार का कहना है कि गौण्डार गाँव तक यातायात सुविधा मिलने से मदमहेश्वर – पाण्डव सेरा – नन्दीकुण्ड सहित अन्य पैदल ट्रेको को भी पर्यटन मानचित्र पर विशिष्ट पहचान मिलेगी जिससे स्थानीय युवाओं के सन्मुख स्वरोजगार के अवसर प्राप्त होगें।