लक्ष्मण नेगी
ऊखीमठ : केदारघाटी सहित विभिन्न इलाकों में विगत कई दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश से क्षेत्र का तीर्थाटन, पर्यटन व्यवसाय खासा प्रभावित हो गया है। मूसलाधार बारिश के कारण तीर्थ यात्रियों व सैलानियों से गुलजार रहने वाले तीर्थ व पर्यटक स्थल वीरान हैं तथा मूसलाधार बारिश के कारण जनमानस की दिनचर्या खासी प्रभावित हो गयी है।
केदार घाटी सहित विभिन्न स्थानों पर मौसम के बार – बार करवट लेने से मुख्य बाजारों का व्यापार भी खासा प्रभावित होने लगा है। मई जून में तीर्थ यात्रियों व सैलानियों से गुलजार रहने वाले तीर्थ व पर्यटक स्थलों में मूसलाधार बारिश के कारण तीर्थ यात्रियों व सैलानियों की आवाजाही में भारी गिरावट देखने को मिल रही है। केदारनाथ धाम की बात करें तो मई जून में जहां प्रतिदिन 18 से 22 हजार तीर्थ यात्रियों ने बाबा केदारनाथ के दर पर पहुंच कर पुण्य अर्जित किया है जबकि इन दिनों केदारनाथ धाम आने वाले तीर्थ यात्रियों की संख्या मात्र 5 से 6 सौ तक सिमट कर रह गयी है जबकि केदारनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मन्दिर, मद्महेश्वर, तुंगनाथ, शिव – पार्वती विवाह स्थल त्रियुगीनारायण, विश्वनाथ मन्दिर गुप्तकाशी, सिद्धपीठ कालीमठ, कोटि माहेश्वरी, कार्तिक स्वामी तथा पर्यटक स्थल देवरिया ताल, विसुणीलाल सहित विभिन्न पर्यटक स्थलों में तीर्थ यात्रियों व सैलानियों के आवागमन में भारी गिरावट देखने को मिल रही है। द्वादश ज्योतिर्लिंगों में अग्रणी व पर्वतराज हिमालय की गोद में बसे भगवान केदारनाथ के दर पर बुधवार को मात्र 484 पुरूषों, 95 महिलाओं व 30 नौनिहालों सहित कुल 609 तीर्थ यात्रियों ने केदारनाथ धाम पहुंचकर पुण्य अर्जित किया है जबकि मई जून में केदारनाथ धाम पहुंचने वाले तीर्थ यात्रियों का आंकड़ा प्रतिदिन 18 हजार के पार था वही इन दिनों मद्महेश्वर व तुंगनाथ धामों में आने वाले तीर्थ यात्रियों की संख्या में भारी गिरावट देखने को मिल रही है! मन्दिर समिति के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्वाण ने बताया कि मूसलाधार बारिश के कारण भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मन्दिर में दर्शन करने वाले तीर्थ यात्रियों की संख्या में भारी गिरावट आयी है। तुंगनाथ धाम के प्रबन्धक बलवीर नेगी ने बताया कि सावन के प्रथम सोमवार को पांच सौ से अधिक तीर्थ यात्री तुंगनाथ धाम पहुंचे थे मगर शेष दिनों में तुंगनाथ धाम आने वाले तीर्थ यात्रियों की संख्या में भारी गिरावट देखने को मिल रही है। सिद्धपीठ कालीमठ मन्दिर के प्रबन्धक प्रकाश पुरोहित ने बताया कि जुलाई माह शुरू होते ही कालीमठ, रूच्छ महादेव व कोटि माहेश्वरी तीर्थो में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भारी गिरावट आ गयी है। मद्महेश्वर धाम के व्यापारी भगत पंवार ने बताया कि मूसलाधार बारिश के कारण ऊखीमठ – रासी मोटर मार्ग के बार – बार बाधित होने से मद्महेश्वर धाम सहित मद्महेश्वर घाटी का तीर्थाटन, पर्यटन व्यवसाय खासा प्रभावित हो गया है। देवरिया ताल के व्यापारी मनोज नेगी ने बताया कि आगामी सितम्बर माह से देवरिया ताल में आने वाले सैलानियों की संख्या में इजाफा होने की सम्भावना बनी हुई है। स्थानीय व्यापारी महिपाल बजवाल, राय सिंह धर्म्वाण ने बताया कि मूसलाधार बारिश के कारण मुख्य बाजारों का व्यापार भी खासा प्रभावित हो गया है।