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लक्ष्मण नेगी
ऊखीमठ : 31 जुलाई को केदारनाथ आपदा प्रभावित घोड़े खच्चर संचालकों को आपदा के सात माह गुजर जाने के बाद भी मुआवजे की राशि वितरित न होने पर घोड़े खच्चर संचालकों ने अखिल भारतीय किसान सभा तथा मजदूर संघ ट्रेड यूनियन के संयुक्त वैनर तले तहसील परिसर में प्रदर्शन कर अपने गुस्से का इजहार किया तथा उपजिलाधिकारी को सात सूत्रीय ज्ञापन भेजकर आपदा प्रभावितों को उचित मुआवजा देने की मांग की। तहसील प्रशासन द्वारा घोड़े खच्चर संचालकों को एक सप्ताह के भीतर मुआवजा वितरित होने का आश्वासन मिलने के बाद ही घोड़े खच्चर संचालकों का गुस्सा शान्त हुआ।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत केदार घाटी के दर्जनों गांवों के सैकड़ों घोड़े – खच्चर संचालक तहसील परिसर में एकत्रित हुए तथा अखिल भारतीय किसान सभा व मजदूर संघ ट्रेड यूनियन के वैनर तले सभा मे तब्दील हुए. सभा को सम्बोधित करते हुए कांग्रेस व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश महामंत्री आनन्द सिंह रावत ने कहा कि आपदा के सात माह बाद भी आपदा की राशि वितरित न होना आपदा प्रभावितों के साथ सरासर अन्याय है। गुरिल्ला संगठन जिलाध्यक्ष बसन्ती रावत ने कहा कि एक तरफ शासन – प्रशासन आपदा प्रभावितों को आपदा राशि वितरित करने की कोरी घोषणा कर रही है दूसरी तरफ आपदा प्रभावित मुआवजा पाने के लिए दर – दर भटकने के लिए विवश बना हुआ है। ट्रेड यूनियन पूर्व अध्यक्ष अवतार नेगी ने कहा कि अगस्त मे स्वीकृत आपदा राशि का सात माह बाद भी वितरित न होना आपदा प्रभावितों की अनदेखी है जिससे बर्दाश्त नही किया जायेगा। निवर्तमान जिला पंचायत सदस्य गुप्तकाशी गणेश तिवारी ने कहा कि प्रदेश सरकार व प्रशासन आपदा राशि वितरित करने मे भेदभाव कर रही है। सीटू जिला महामंत्री बीरेंद्र गोस्वामी ने कहा कि यदि एक सप्ताह के अन्तर्गत 31 जुलाई के आपदा प्रभावित सभी वर्गो के आपदा प्रभावितों को उचित मुआवजा नही दिया गया तो आन्दोलन को और गति दी जायेगी। इस मौके पर किसान सभा जिलाध्यक्ष अषाड़ सिंह धिरवाण, जिला उपाध्यक्ष दौलत सिंह रावत, जसपाल लाल ,दयाल सिंह, सुरेन्द्र पुष्वाण, दिनेश पुरोहित, प्रेम सिंह, जगत सिंह, प्रकाश सिंह, बलवीर सिंह, विनोद सिंह, नरेन्द्र सिंह, दिलवर सिंह सहित विभिन्न गांवों के सैकड़ों आपदा प्रभावित मौजूद रहे।