लक्ष्मण नेगी
ऊखीमठ : प्रेस क्लब देहरादून में केदारनाथ उपचुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में ताल ठोक रहे पत्रकार त्रिभुवन चौहान के समर्थन में उत्तराखंड बेरोजगार संघ, राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी,स्वराज सेवा दल, गौरव सेनानी मंच,पहाड़ी स्वाभिमान सेना, उत्तराखंड क्रांति सेना सहित कई राजनीतिक एवं सामाजिक संगठनों ने प्रेसवार्ता कर केदारनाथ उपचुनाव में मजबूत दावेदारी पेश कर केदारनाथ के मतदाताओं से निर्दलीय प्रत्याशी पत्रकार त्रिभुवन चौहान के समर्थन में मतदान करने की भी अपील की।
राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी से शिवप्रसाद सेमवाल ने कहा कि वर्तमान समय में वैकल्पिक राजनीति की प्रदेश को सख्त आवश्यकता है इसलिए केदारनाथ की जनता को राष्ट्रीय पार्टियों से हटकर एक क्षेत्रीय युवा पत्रकार निर्दलीय प्रत्याशी त्रिभुवन चौहान के समर्थन में मतदान करना चाहिए। स्वराज सेवा दल के अध्यक्ष रमेश जोशी ने कांग्रेस एवं बीजेपी को “चोर-चोर मौसेरे भाई” की संज्ञा देकर केदारनाथ उपचुनाव में त्रिभुवन चौहान के पक्ष में मतदान करने की अपील की। उत्तराखंड बेरोजगार संघ के उपाध्यक्ष राम कंडवाल ने मुख्यमंत्री पर गैरसैंण सत्र में बाबा केदार की झूठी कसमें खाकर बेरोजगारों के मुकदमे वापस लेने की बात कही थी जो लंबा समय गुजरने के बाद भी वापस नहीं हुए हैं इसलिए उत्तराखंड बेरोजगार केदारनाथ के हजारों बेरोजगारों से अपील करता है कि वह त्रिभुवन चौहान के पक्ष में मतदान करें। निर्दलीय प्रत्याशी पत्रकार त्रिभुवन चौहान ने कहा कि उन्होंने 6-7 वर्षों से पत्रकारिता के माध्यम से प्रदेश के लोगों का दिल जीता है और जब जनमुद्दों को पत्रकारिता के माध्यम से उठाने के बाद भी कोई प्रतिफल एवं सामाजिक बदलाव देखने को नहीं मिल रहा है तो उन्हें चुनाव मैदान में उतरकर जीत हासिलकर विधानसभा में पहुंचकर समाधान तलाशने का प्रयास किया जा रहा है। त्रिभुवन चौहान ने कहा कि केदारनाथ में युवा बेरोजगार हैं, वहां वाहन चालक ,घोड़ा संचालक परेशान हैं ,जल-जंगल-जमीन पर हमारे अधिकार नहीं है हम सभी मिलकर इन जनहित के मुद्दों पर चुनाव लड़ेंगे और विजय हासिल करेंगे। त्रिभुवन चौहान ने राष्ट्रीय पार्टियों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आंतरिक क्लेश के कारण पार्टियों ने अभी तक अपने प्रत्याशी तय नहीं किए हैं जबकि वह लंबे समय से केदारनाथ उपचुनाव को लेकर पूरे विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय हैं। त्रिभुवन चौहान ने वर्तमान के विधायकों पर भी तंज कसते हुए कहा कि उत्तरप्रदेश में जिनकी हैसियत प्रधान की नहीं थी वह यहां विधायक बनकर सिर्फ विधायक निधि के माध्यम से विकास कार्य कर रहे हैं जबकि विकास के कई अन्य स्रोत भी प्रदेश में मौजूद हैं। इस मौके पर कई राजनीतिक एवं सामाजिक संगठनों के अतिरिक्त केदारनाथ से आये उनके समर्थक भी मौजूद रहे।