लक्ष्मण नेगी
ऊखीमठ : तुंगनाथ घाटी के विभिन्न यात्रा पड़ावों पर अवैध अंग्रेजी शराब का कारोबार पुलिस प्रशासन, आबकारी विभाग व सफेदपोश लोगों के संरक्षण में खूब फल – फूल रहा है।
भगवान शंकर व तृतीय केदार के नाम से विश्व विख्यात तुंगनाथ घाटी के विभिन्न यात्रा पड़ावों पर अवैध अंग्रेजी शराब की सप्लाई होने से जहां तुंगनाथ घाटी का सामाजिक माहौल बिगड़ रहा है, वहीं देश – विदेश से तुंगनाथ घाटी पहुंचने वाले तीर्थ यात्रियों, पर्यटकों व सैलानियों की आस्था पर गहरा आघात पहुंच रहा है। पुलिस प्रशासन व आबकारी विभाग द्वारा मात्र औपचारिकता पूर्ण करने के लिए कभी कभार अवैध अंग्रेजी शराब की सप्लाई करने वाले लोगों के ठिकाने पर तबिश तो दी जाती है मगर जिनके संरक्षण में अवैध अंग्रेजी शराब का कारोबार संचालित हो रहा है उनकी दबिश देना समझ से परे। तुंगनाथ घाटी के अन्तर्गत चोपता व्यापार संघ अध्यक्ष भूपेन्द्र मैठाणी के अथक प्रयासों से चोपता में विगत कई वर्षों से अवैध शराब की बिक्री पर अंकुश तो लगा है मगर निचले यात्रा पड़ावों पर किसी भी ब्राण्ड की अंग्रेजी शराब मिलना आम बात हो गयी है। तुंगनाथ घाटी के जिन यात्रा पड़ावों पर अवैध अंग्रेजी शराब की बिक्री हो रही है वे यात्रा पड़ावों हमेशा गुलजार रहना स्वाभाविक ही है। नाम छापने की शर्त पर कुछ ग्रामीणों ने बताया कि पिगलापानी से पूर्व एक यात्रा पड़ावों पर अवैध अंग्रेजी शराब की बिक्री के साथ तीर्थ यात्रियों को गांजा व चरस की बिक्री होना आम बात बनी हुई है। उन्होंने बताया कि उस यात्रा पड़ाव पर दिन दहाड़े अवैध अंग्रेजी शराब का कारोबार धड़ल्ले से संचालित हो रहा है।
ग्रामीणों ने बताया कि अवैध अंग्रेजी शराब का कारोबार करते हुए कुछ लोग कई बार पुलिस की गिरफ्त में आ चुके हैं मगर शराब माफियाओं की पकड़ सफेदपोश लोगों तक होने के कारण पुलिस प्रशासन भी शराब माफियाओं का बालबांका नहीं कर सकती है। स्थानीय सूत्रों की मांने तो शुक्रवार को सम्पन्न हुए देवरिया ताल मेले से पूर्व शराब का जखीरा तुंगनाथ घाटी पहुंच गया था स्थानीय पुलिस प्रशासन मूकदर्शक बनी रही। क्षेत्र में अवैध अंग्रेजी शराब का कारोबार संचालित होने के क्षेत्र का सामाजिक माहौल खराब होने के साथ उभरते युवाओं के भविष्य के साथ खासा खिलवाड़ शराब माफियाओं द्वारा किया जा रहा है यदि समय रहते तुंगनाथ घाटी में फल – फूल रहे अवैध अंग्रेजी शराब के कारोबार का स्थानीय जनता द्वारा विरोध नहीं किया जाता है तो भविष्य में शराब माफियाओं को कारोबार गांव की शान्त चौपालों तक पहुंच सकता है तथा क्षेत्र का सामाजिक माहौल खराब होने के साथ ही शराबियों के हुड़दंग से महिलाओं को घरों से निकलना दूभर होने की सम्भावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता है। तुंगनाथ घाटी में अवैध अंग्रेजी शराब के बढ़ता कारोबार भविष्य के लिए शुभ संकेत नही है यदि समय रहते अवैध अंग्रेजी शराब के कारोबार पर अंकुश नही लगा तो सैकड़ों युवाओं का भविष्य बर्बाद होने के साथ तुंगनाथ घाटी का तीर्थाटन – पर्यटन व्यवसाय प्रभावित होने की प्रबल सम्भावनाएं बनी हुई है। घाटी में खूब फलफूल रहे अवैध अवैध अंग्रेजी शराब के विरोध में स्थानीय महिला मंगल दल, सामाजिक संगठन में आमजनता कब सड़कों पर उतरेगी यह तो भविष्य के गर्भ में है मगर वर्तमान समय में घाटी में अवैध शराब का कारोबार कर शराब माफिया मालामाल बनकर महंगी गाडियों का सफर कर प्रकृति का भरपूर लुफ्त उठा रहे हैं।