ऊखीमठ : शिव महापुराण के छटवे दिन शिव पार्वती विवाह की झांकी में सैकड़ों श्रद्धालु हुए सामिल

Team PahadRaftar

लक्ष्मण नेगी

ऊखीमठ : भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दी ओंकारेश्वर मन्दिर के निकट श्रीमती विधाता देवी, आलोक प्रकाश सिंह , अवनीश सिंह व प्रकाश गुसाई के सहयोग से क्षेत्र की खुशहाली व विश्व कल्याण के लिए आयोजित 11 दिवसीय शिव महापुराण के छटवे दिन शिव – पार्वती विवाह की झांकी मुख्य आकर्षण का केन्द्र रही शिव पार्वती विवाह की झांकी में सैकड़ों भक्तों ने शामिल होकर पुण्य अर्जित किया।

11 दिवसीय शिव महापुराण कथा के आयोजन से द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर के शीतकालीन गद्दी ओंकारेश्वर मन्दिर के चारों ओर फैले भूभाग सहित ऊखीमठ क्षेत्र का वातावरण भक्तिमय बना हुआ है। शिव महापुराण कथा के छटवे दिन दशज्यूला क्षेत्र के प्रख्यात कथावाचक विपिन चन्द्र काण्डपाल ने शिव महापुराण कथा की महिमा का विस्तृत वर्णन करते हुए कहा कि भगवान शंकर की कथा का श्रवण भावपूर्ण करना चाहिए क्योंकि भगवान शंकर भावनाओं के वशीभूत होतें हैं। उन्होंने कहा कि भगवान शंकर की भक्ति से लौकिक व पारलौकिक दोनों उद्देश्यों की समान रूप से पूर्ति होती है इसलिए भगवान शंकर का स्मरण श्रद्धा, भाव व विश्वास से करना चाहिए! कथावाचक विपिन चन्द्र काण्डपाल ने कहा कि भगवान शंकर बडे़ दयालु हैं तथा हर भक्त पर दया बरसने वाले है।

उन्होंने कहा कि जो मनुष्य निस्वार्थ भाव से भगवान शंकर की पूजा – अर्चना या स्मरण करता है उसके जन्म – जन्मान्तरों से लेकर कल्प – कल्पान्तरों के पापों का हरण होता है तथा उस मनुष्य को अन्त में शिवलोक की प्राप्ति होती है। शिव महापुराण कथा में आचार्य राजन सेमवाल, योगेन्द्र देवशाली व आलोक सेमवाल द्वारा पंच पूजा व कथा सम्पादन में पूर्ण सहयोग दिया जा रहा है जबकि अशोक रयाल, आशीष सेमवाल द्वारा संगीत पर साथ दिया जा रहा है।

इस मौके पर ओंकारेश्वर मन्दिर के प्रधान पुजारी बागेश लिंग, मद्महेश्वर धाम के प्रधान पुजारी टी गंगाधर लिंग, पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष रीता पुष्वाण, गजपाल सिंह, अंकुश सिंह, अमन सिंह, शारदा देवी, नैना देवी, प्रीता देवी, अनीता देवी, संजय सिंह, कपिल भटट्, नरेश बडोनी, प्रमोद अवस्थी, मनोज नेगी, पंकज नेगी, महेन्द्र बिष्ट, रजनी भल्ला, कविता भटट् , अनिल धर्म्वाण, पूनम नौटियाल, पुरूषोत्तम कुवर, रणवीर धर्म्वाण, हरेन्द्र गुसाई, नागेन्द्र गुसाई, सुरेशानंद भटट् , गिरीश चन्द्र सेमवाल, मनोहर गुसाई सहित सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद रहे।

Next Post

चमोली : चतुर्थ केदार भगवान रूद्रनाथ की डोली गोपीनाथ मंदिर से हुई रवाना

गोपीनाथ मंदिर से ग्रीष्मकालीन प्रवास के लिए रवाना हुई भगवान रुद्रनाथ की उत्सव डोली 18 मई को ग्रीष्मकाल के लिए खुलेंगे भगवान रुद्रनाथ मंदिर के कपाट चमोली : पंच केदारों में चतुर्थ केदार भगवान रुद्रनाथ के कपाट खुलने की प्रक्रियाओं के तहत गुरुवार को भगवान की उत्सव डोली गोपीनाथ मंदिर […]

You May Like