लक्ष्मण नेगी
ऊखीमठ : मदमहेश्वर घाटी की ग्राम पंचायत उनियाणा में 12 वर्षों बाद पाण्डव नृत्य का आयोजन किया जा रहा है। पाण्डव नृत्य के आयोजन से मदमहेश्वर घाटी का वातावरण भक्तिमय बना हुआ है तथा मदमहेश्वर घाटी के विभिन्न गांवों के सैकड़ों ग्रामीण प्रतिदिन पाण्डव नृत्य में शामिल होकर पुण्य अर्जित कर रहे हैं। पाण्डव नृत्य में युगों से चली आ रही पौराणिक, आध्यात्मिक व सांस्कृतिक परम्पराओं का निर्वहन पाण्डव पश्वाओं व ग्रामीणों द्वारा किया जा रहा है।
जानकारी देते हुए पाण्डव नृत्य कमेटी अध्यक्ष प्रकाश पंवार ने बताया कि मदमहेश्वर घाटी के उनियाणा गाँव में 12 वर्षों बाद 2 दिसम्बर से पाण्डव नृत्य का शुभारंभ किया गया है तथा पाण्डव नृत्य में प्रतिदिन सैकड़ों श्रद्धालु शामिल होकर पुण्य अर्जित कर रहे हैं। पाण्डव नृत्य कमेटी सचिव देवेन्द्र सिंह पंवार ने बताया कि कुन्ती कमला देवी, श्रीकृष्ण अर्जित सिंह, युधिष्ठिर अशोक सिंह, अर्जुन जीतपाल सिंह, भीम महावीर सिंह, नकुल राय सिंह, सहदेव देवेन्द्र सिंह, नकार्जुन इन्द्र सिंह, भबरीक प्रबल सिंह, तिलबिल बिक्रम सिंह, हनुमान गजपाल सिंह, द्रोपती भीमराज सिंह, सुभद्रा कुवर सिंह, फुलारी गुडडू सिंह, नन्दूमौर भूपेन्द्र सिंह गौरा कुमारी गौरा, नागार्जुनी कुवर सिंह, वासुदत्ता प्रबल सिंह, भबरीकी सुभाष सिंह, तिलबिली शिशुपाल सिंह, घसेरी पंकज तथा विजय सिंह द्वारा क्षेत्रपाल पश्वाओ की भूमिका अदा की जा रही है। पाण्डव नृत्य कमेटी कोषाध्यक्ष राजेन्द्र सिंह पंवार ने बताया कि पाण्डव नृत्य में पाण्डवों के अस्त्र – शस्त्र पाण्डव चौक लाना, नगर भ्रमण, गंगा स्नान, घटोत्कच वध, पंय्या डाली आगमन, गैंडा कौथिग सहित अनेक परम्पराओं का निर्वहन किया जा रहा है।
प्रधान महावीर पंवार ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के औघौगिक सलाहकार डा0 के एस पंवार तथा पालीगांन के प्रबन्ध निदेशक डी एस पंवार भी पाण्डव नृत्य में शामिल होकर पुण्य अर्जित कर चुके हैं। वन पंचायत सरपंच जीतपाल सिंह पंवार ने बताया कि गाँव में पाण्डव नृत्य की परम्परा युगों पूर्व की है तथा पाण्डव नृत्य में सभी ग्रामीण अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं। महिला मंगल दल अध्यक्ष अरूणा देवी ने बताया कि इन दिनों पाण्डव नगर भ्रमण कर ग्रामीणों को आशीर्वाद दे रहे है।