लक्ष्मण नेगी
ऊखीमठ : भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मन्दिर के निकटवर्ती ब्राह्मण खोली गाँव में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत ज्ञान यज्ञ के आयोजन से क्षेत्र का वातावरण भक्तिमय बना हुआ है। श्रीमद्भागवत ज्ञान यज्ञ में प्रति दिन सैकड़ों श्रद्धालु कथा श्रवण कर विश्व समृद्धि व क्षेत्र के खुशहाली की कामना करे रहे हैं। बद्री केदार मन्दिर समिति के पूर्व वेदपाठी व केदार घाटी में त्रिकालदर्शी नाम से विख्यात आचार्य स्वर्गीय श्रीहर्ष जमलोकी की पुण्य स्मृति में परिजनों द्वारा आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत ज्ञान यज्ञ के तीसरे दिन कथावाचक दयानन्द देवशाली ने देवभूमि उत्तराखंड तथा श्रीमद्भागवत ज्ञान यज्ञ की महिमा का गुणगान करते हुए कहा कि पूरे विश्व में भारत को विश्वगुरु के नाम से जाना जाता है तथा भारतवर्ष में उत्तराखण्ड की पावन माटी को देवभूमि के नाम से जाना जाता है इसलिए देवभूमि उत्तराखंड के पग – पग पर करोड़ों देवी – देवता विराजमान हैं तथा प्रति वर्ष लाखों तीर्थ यहाँ तीर्थो में भ्रमण कर मनौती मांगते हैं तथा देवभूमि उत्तराखंड के तीर्थ स्थलों में भ्रमण व यात्रा करने वाले हर श्रद्धालु की सभी मनोकामना पूर्ण होती है। उन्होंने कहा कि धार्मिक अनुष्ठानों के आयोजन से तीर्थ यात्रा के समान फल की प्राप्ति होती है। कथावाचक दयानन्द देवशाली ने चौरासी लाख योनियों में मनुष्य योनी को उत्तम माना गया है इसलिए मनुष्य को हमेशा धार्मिक अनुष्ठानों व तीर्थ भ्रमण में ही अपना सर्वश न्यौछावर करना चाहिए। उन्होंने श्रीमद्भागवत ज्ञान यज्ञ के तीसरे कलियुग के प्रथम सम्राट राजा परीक्षित के जीवन चरित्र पर विस्तृत से प्रकाश डाला। श्रीमद्भागवत ज्ञान यज्ञ में प्रति दिन रविन्द्र बडोनी, नीरज पंत, हिमाशु मैठाणी द्वारा संगीत पर साथ दिया जा रहा है! इस मौके पर आचार्य बच्ची राम सेमवाल, भगवती प्रसाद सेमवाल, उमा दत्त मैठाणी, ओंकारेश्वर मन्दिर प्रधान पुजारी शिव शंकर, विजय प्रसाद मैठाणी, वेकटरमण सेमवाल, त्रिलोचनी देवी, विश्व मोहन जमलोकी, अभ्युदय जमलोकी, श्रीवर्ध जमलोकी, सूरज जमलोकी, शिवभ जमलोकी, शुभम जमलोकी, सर्वेशानन्द जमलोकी, राकेश जमलोकी, सतीश चन्द्र नौटियाल, जगदम्बा प्रसाद बेजवाल, ओमप्रकाश बेजवाल, सुनील नौटियाल, प्रवण नौटियाल, डा0 विश्वनाथ किमोठी, वी पी किमोठी, देवी प्रसाद खाली, सन्दीप शर्मा, जगदीश प्रसाद भटट्, मनस्वी नौटियाल, देवानन्द गैरोला, कविता भटट्, नवीन मैठाणी, प्रताप धर्म्वाण,राजन सेमवाल, राजकुमार नौटियाल, विजेन्द्र नेगी, देवेन्द्र बजवाल, रमेश चन्द्र सेमवाल, शैली नौटियाल, रश्मि बेजवाल, आशा जमलोकी, सैलजा जमलोकी, रंजना बेजवाल, दिनेश जमलोकी सहित सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद रहे।