लक्ष्मण नेगी
ऊखीमठ : पंच केदार होटल होम स्टे ऐसोसिएशन ने तहसील प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर चारधाम यात्रा आनलाइन, आफलाइन पंजीकरण शुरू करने, विद्यापीठ – चुन्नी बैण्ड – ऊखीमठ – चोपता – बदरीनाथ मोटर मार्ग से यात्रा का संचालन करने, चारधाम यात्रा में तीर्थ यात्रियों की संख्या बढ़ाने तथा भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल ऊखीमठ में आफलाइन पंजीकरण कार्यालय खोलने की मांग की है। तहसील प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को भेजे ज्ञापन का हवाला देते हुए पंच केदार होटल होम स्टे ऐसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बताया कि मद्महेश्वर घाटी व तुंगनाथ घाटी के व्यापारियों व ग्रामीणों की आजीविका तीर्थाटन व पर्यटन पर आधारित है तथा प्रदेश सरकार द्वारा चार धाम यात्रा के पंजीकरण पर रोक लगाने तथा चार धाम में आने वाले तीर्थ यात्रियों की संख्या सिमित करने से दोनों घाटियों के साथ ही तहसील मुख्यालय का तीर्थाटन, पर्यटन व्यवसाय खासा प्रभावित होने से स्थानीय होटल , लॉज संचालकों के साथ व्यापारियों की आजीविका खासी प्रभावित हो गयी है। इसलिए चार धाम आफलाइन, आनलाइन पंजीकरण शीध्र शुरू करने के साथ ही चार धाम में आने वाले तीर्थ यात्रियों की संख्या में वृद्धि की जाय! उनका कहना है कि यदि विद्यापीठ – चुन्नी बैण्ड – ऊखीमठ – चोपता मोटर मार्ग से बद्रीनाथ यात्रा का संचालन होता है तो मद्महेश्वर घाटी व तुंगनाथ घाटी के साथ ही तहसील मुख्यालय सहित भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मन्दिर में तीर्थ यात्रियों, पर्यटकों व सैलानियों की आवाजाही होने से स्थानीय तीर्थाटन, पर्यटन व्यवसाय में इजाफा होने के साथ तुंगनाथ घाटी पहुंचने वाला तीर्थ यात्री, पर्यटक व सैलानी पर्यटक स्थल देवरिया ताल की खूबसूरती से भी रूबरू होगे तथा ऊखीमठ में आफलाइन पंजीकरण कार्यालय खुलने से स्थानीय व्यवसाय में इजाफा होने के साथ तीर्थ यात्री भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मन्दिर सहित उषा – अनिरुद्ध के विवाह मण्डप की धार्मिक, आध्यात्मिक महत्ता से भी रूबरू होगे। ज्ञापन में पंच केदार होटल होम स्टे ऐसोसिएशन अध्यक्ष डा0 कैलाश पुष्वाण, व्यापार संघ अध्यक्ष राजीव भटट्, कर्मवीर बर्त्वाल, अरविन्द बर्त्वाल, नवदीप नेगी, अनिल त्रिवेदी, प्रमोद त्रिवेदी सहित पंच केदार होटल होम स्टे ऐसोसिएशन पदाधिकारियों व विभिन्न होटल, लांज संचालकों के हस्ताक्षर मौजूद रहे।