
लक्ष्मण नेगी
ऊखीमठ : हिमालयन ग्रामीण विकास संस्था ऊखीमठ के तत्वावधान मे तुंगनाथ घाटी की ग्राम पंचायत पल्द्वाणी में घोगा उत्सव का आयोजन किया गया जिसमें विभिन्न क्षेत्रों की फुलारी टीमों, महिला मंगल दलों व कीर्तन मण्डलियों ने प्रतिभाग किया।
कार्यक्रम में सभी प्रतिभागियों के साथ दो दर्जन से अधिक आंगनबाड़ी व 7 आशा कार्यकत्रियों को विशिष्ट कार्य करने पर सम्मानित किया गया। घोगा उत्सव में फुलारी टीमों के नृत्य व महिला मंगल दलो तथा कीर्तन मण्डलियों के धार्मिक भजनों की प्रस्तुति से तुंगनाथ घाटी का वातावरण भक्तिमय बना रहा । घोगा उत्सव में विभिन्न क्षेत्रों की 18 फुलारी टीमों ने प्रतिभाग किया। घोगा उत्सव में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए तुगेश्वर महादेव मन्दिर त्यूंग के महन्त भगवान्द पुरी ने कहा कि केदार घाटी मे फुलारी महोत्सव की परम्परा युगों पूर्व की है तथा वर्तमान समय मे भी नौनिहालों व ग्रामीणों द्वारा इस परम्परा को जीवित रखने की सामूहिक पहल की जा रही है। बाल ब्रह्मचारी अरविन्द भारद्वाज ने कहा कि फुलारी त्योहार बसन्त आगमन का ध्योतक माना गया है तथा देवभूमि उत्तराखंड में ब्रह्म बेला पर घरों के आंगन में घोगा नृत्य व फुलवारियों के गीत सुनकर मन प्रफुल्लित हो जाता है जिससे मनुष्य प्रकृति के रंग मे रम जाता है । निवर्तमान प्रधान शान्ता रावत ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों के आयोजन से उभरते प्रतिभाओं को उचित मंच मिलता है तथा फुलारी नौनिहालों के मन मे युगों से चली आ रही परम्परा के प्रति श्रद्धा व प्रेम बना रहता है । पूर्व प्रधान सतेश्वरी देवी ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड के आंचल मे बसे प्रकृति की सुन्दर हसीन वादियों व परम्पराओ के प्रति युगीन पुरूषों की अगाध प्रेम युगों से रहा है । संस्था के अध्यक्ष डाक्टर कैलाश पुष्वाण ने बताया कि संस्था द्वारा समय- समय पर इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित कर देवभूमि उत्तराखंड की धार्मिक, आध्यात्मिक, सांस्कृतिक व पौराणिक परम्पराओं को जीवित रखने की सामूहिक पहल की जा रही है । उन्होंने कहा कि आने वाले समय मे घोगा उत्सव को और अधिक भव्य रूप से मनाने की सामूहिक पहल की जायेगी । उन्होने बताया कि घोगा उत्सव मे सभी प्रतिभागियों के साथ अपने क्षेत्रो मे विशिष्ट कार्य करने वाली दो दर्जन से अधिक आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों व 7 आशा कार्यकत्रियों को सम्मानित किया गया । इस मौके पर नरेन्द्र रावत, योगेन्द्र रावत, विजय सिंह रावत, नरेन्द्र सिंह नेगी,गौर सिंह नेगी,सतेश्वरी देवी,गीता देवी ,परी त्रिवेदी,सुनीता भट्ट, अरविन्द रावत, एस एस कुवर सहित विभिन्न गांवो के प्रतिभागी, महिला मंगल दलो व कीर्तन मण्डलियों के पदाधिकारी मौजूद रहे।