ऊखीमठ : साइकिल से पांच सदस्यीय दल ने कार्तिक स्वामी तीर्थ के दर्शन कर तीर्थाटन व पर्यटन का दिया संदेश।
देहरादून से पांच सदस्यीय दल के साइकिल यात्रा द्वारा कार्तिक स्वामी तीर्थ पहुंचने पर स्थानीय जनता व व्यापारियों ने उनका भव्य स्वागत किया। दल का देहरादून से साइकिल यात्रा से कार्तिक स्वामी तीर्थ पहुंचने का मुख्य उद्देश्य कार्तिक स्वामी तीर्थ का व्यापक प्रचार – प्रसार करना है। दल में चार पुरुष व एक महिला शामिल हैं। इससे पूर्व दल देवभूमि उत्तराखण्ड के अलग – अलग तीर्थ व पर्यटक स्थलों की भी साइकिल से यात्रा कर चुके हैं। दल का मानना है कि साइकिल यात्रा से नये तीर्थों व पर्यटक स्थलों को नयी पहचान मिलेगी जिससे स्थानीय तीर्थाटन पर्यटन व्यवसाय में इजाफा होगा। दल में शामिल देहरादून मथुरा वाला निवासी अंजलि भण्डारी पर्वतारोही है तथा समय – समय पर कई तीर्थ व पर्यटक स्थलों की यात्रा साइकिल से करती हैं। उनका कहना है कि कार्तिक स्वामी तीर्थ को प्रकृति ने अपने वैभवों का भरपूर दुलार दिया है। दल में शामिल देहरादून जोगी वाला निवासी अक्षय तोमर प्राइवेट जाब करते हैं तथा वे भी समय – समय पर नए पर्यटक स्थलों को नए पहचान दिलाने के लिए साइकिल यात्रा करते आ रहें है। उनका कहना है कि कार्तिक स्वामी तीर्थ में तीर्थाटन व पर्यटन की अपार सम्भावनाएं हैं तथा कार्तिक स्वामी तीर्थ से चौखम्बा व हिमालय को अति निकट से देखा जा सकता है। दल में शामिल देहरादून ढालनवाला निवासी पियूष अरोड़ा अपना निजी व्यवसाय संचालित करतें हैं तथा उनका कहना है कि कार्तिक स्वामी तीर्थ से प्रकृति का जो नयनाभिराम दृष्टिगोचर होता है वह सदैव मानव के मानस पटल पर छा जाता है। दल में शामिल देहरादून राजा वाला निवासी जयदीप कण्डारी भी प्राइवेट जाब करते हैं तथा उनका कहना है कि कार्तिक स्वामी तीर्थ से चलने वाली मंद – मंद कैलाशी बयार मानव के अन्त करण को सुध कर देती है। दल में शामिल देहरादून लाड़पुर निवासी सक्षम चड्ढा अभी पढ़ाई कर रहे हैं तथा उनका कहना है कि कार्तिक स्वामी तीर्थ में पूजा – अर्चना करने के बाद भटके मन को अपार शान्ति मिलती है।