ऊखीमठ : जिलाधिकारी मनुज गोयल ने तुंगनाथ घाटी के विभिन्न यात्रा पड़ावों, सुरम्य मखमली बुग्यालों व प्राकृतिक सौन्दर्य से परिपूर्ण पर्यटक स्थलों का निरीक्षण करने के साथ ही स्थानीय व्यापारियों से सुझाव साझा करते हुए कहा कि विश्व में तुंगनाथ घाटी को धरती के स्वर्ग के रूप में जाना जाता है तथा तुंगनाथ घाटी में साहसिक खेलों व पर्यटन की अपार सम्भावनाये हैं। इसलिए तुंगनाथ घाटी में साहसिक खेलों व पर्यटन व्यवसाय को बढ़ावा देने के सामूहिक प्रयास किये जायेंगे। जिलाधिकारी मनुज गोयल ने तुंगनाथ घाटी के मक्कूबैण्ड, पवधार, दुगलविटटा, बनियाकुण्ड यात्रा पड़ावों सहित तुंगनाथ घाटी के सुरम्य मखमली बुग्यालों व पर्यटक स्थलों का स्थलीय निरीक्षण करते हुए स्थानीय व्यापारियों को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि बुग्यालों की सुन्दरता में यदि किसी प्रकार की छेड़खानी हुई तो उसे बर्दास्त नही किया जायेगा।
उन्होंने स्थानीय व्यापारियों से तुंगनाथ घाटी में साहसिक खेलों व पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सुझाव मांगते हुए कहा कि तुंगनाथ घाटी को प्रकृति ने अपने वैभवों का भरपूर दुलार दिया है इसलिए तुंगनाथ घाटी के सुरम्य मखमली बुग्यालों की सुन्दरता विश्व विख्यात है। उन्होंने कहा कि यदि तुंगनाथ घाटी में जैव विविधता पार्कों का निर्माण किया जाता है तो तुंगनाथ घाटी के पर्यटन व्यवसाय में खासा इजाफा हो सकता है। जिलाधिकारी मनुज गोयल ने व्यापारियों से सुझाव मांगते हुए कहा कि तुंगनाथ घाटी आने वाले सैलानियों को यदि सभी सुविधायें मिलती है तो तुंगनाथ घाटी आने वाले सैलानियों की संख्या में प्रति वर्ष निरन्तर वृद्धि होना स्वाभाविक ही है। स्थानीय व्यापारियों की मांग पर जिलाधिकारी ने एस डी एम परमानन्द को माह में दो दिन निर्धारित शुल्क दर कूड़ा निस्तारण के लिए नगर निकायों के वाहन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी मनुज गोयल ने ग्रामीणों क्षेत्रों में होम स्टे योजना देने के उद्देश्य से युवाओं को प्रशिक्षण देने के लिए मक्कूबैण्ड गाँव निवासी रजनीकांत मैठाणी को कार्य योजना तैयार करने को कहा तथा उषाडा निवासी दिनेश बजवाल को राजस्व ग्रामों में साहसिक खेलों प्रशिक्षण देने के लिए रुपरेखा तैयार करने को कहा। जिलाधिकारी मनुज गोयल ने राजस्व उप निरीक्षक सतीश भटट् ड्रोन कैमरे से तुंगनाथ घाटी सूखसूरत स्थलों चयनित कर रिर्पोट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये! इस मौके प्रधान विजयपाल सिंह नेगी, कुवर सिंह बजवाल, अरविन्द रावत, वन पंचायत सरपंच देवेन्द्र बजवाल, मोहन सिंह राणा, मोहन प्रसाद मैठाणी, बीरेन्द्र भण्डारी, राजस्व निरीक्षक जयकृत सिंह रावत सहित व्यापारी, अधिकारी, कर्मचारी मौजूद रहे!