दुर्लभ अल्पाईंन पुष्पों के खिलने से महक उठी फूलों की घाटी,बढ़ने लगी प्रकृति प्रेमियों की आमद
संजय कुँवर जोशीमठ
यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज साईट फूलों की घाटी नेशनल पार्क आजकल दुर्लभ अल्पाईंन पुष्पों के खिलने से हुई गुलजार,दुर्लभ आर्किड सहित केम्पानुला,जीरेनिम,पोटेंटिला,कोबरा लिली,मेरीगोल्ड,प्रिमुला पुष्पों की महक से घाटी अपने शबाब पर है।
पार्क सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अब तक करीब 500 प्रकृति प्रेमी कोविड गाइड लाईन के तहत घाटी का दीदार कर चुके हैं। मध्य जुलाई से मध्य अगस्त का सीजन सबसे उपयुक्त माना जाता है घाटी में फूलों के खिलने का। इस वर्ष कोरोना काल के चलते एक माह देर से एक जुलाई को खुली फूलों की घाटी नेशनल पार्क प्रकृति प्रेमियों के लिए,12 दिनों से पर्यटक कोविड नियमों का पालन करते हुए इस नंदन कानन में प्रकृति की नायाब तोहफे का लुफ्त उठा रहे हैं। वहीं धीरे-धीरे लोकपाल घाटी में पर्यटन कारोबारियों का व्यापार पटरी पर आने लगा है।
स्थानीय कारोबारियों को फूलों की घाटी में पर्यटक की तादाद बढ़ने से थोड़ा बहुत राहत जरूर मिली है,अब सबकी निगाहें लोकपाल श्री हेमकुंड साहिब की यात्रा पर लगी है। प्रदेश सरकार की यात्रा खोलने बावत नई अनुमति और नई SOP जारी होने के इंतजार में है सभी स्थानीय पर्यटन कारोबारी और घोड़ा खच्चर दंडी कंडी व्यवसाई।