विश्व धरोहर फूलों की घाटी नेशनल पार्क के संवेदनशील क्षेत्र कुंठ खाल टिपरा खर्क की गश्त कर लौटा दल
संजय कुँवर,फूलों की घाटी नेशनल पार्क घाँघरिया,जोशीमठ, एक्सक्लूसिव
विश्व धरोहर स्थल फूलों की घाटी नेशनल पार्क में जैव विविधता और वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क प्रशासन ने अपनी लंबी गश्त बढ़ा दी है। आप इन तस्वीरों में देख अंदाजा लगा सकते की पार्क कर्मी किस तरह खतरनाक कुंठ खाल,टिपरा ग्लेशियर के ऊपर से पेट्रोलिंग कर बन्य जीवों की सुरक्षा कर रहे हैं। पार्क प्रसाशन की ओर से फूलों कि घाटी नेशनल पार्क में भेजा 5 सदस्यीय पार्क कर्मियों का गश्ती दल ग्लेशियर से ढके घाटी के 13,500 फिट पर अति संवेदनशील उच्च हिमालयी क्षेत्रों कुंठ खाल टिपरा खर्क से लंबी दूरी की निगरानी गश्त कर सकुशल गोविंदघाट रेंज कार्यालय वापस लौट आया है। गश्ती दल ने बताया की अभी भी घाटी के संपर्क मार्ग पर एक दो जगह ग्लेशियर पसरे हैं।
इस सीजन में पहली बार पार्क कर्मियों द्वारा वन्य जीव तस्करों और दुर्लभ जड़ी बूटियों के तस्करों पर नजर रखने के लिए साढ़े तेरह हजार फिट से उपर कुंठ खाल और टिपरा खर्क तक की लंबी दूरी की गश्त की है। बता दें की 1जून को नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क और फूलों की घाटी को पर्यटकों के लिए खोला जाना था, लेकिन कोरोना के कारण दोनों राष्ट्रीय उद्यान बंद पड़े हैं। जिससे यहां वन्य जीवों की तस्करी की आशंका बनी होती है। इसलिए पार्क प्रबंधन घाटी में अलर्ट मोड़ पर है।