रैंणी : ऋषि गंगा उफान से वैली ब्रिज के समीप सड़क फिर धंसी,150 घंटों से मलारी बोर्डर रोड़ बन्द
संजय कुँवर जोशीमठ
भारत – चीन सीमा को जोड़ने वाली नीति-मलारी बोर्डर रोड़ छह दिनों से बन्द, ऋषि गंगा और धौली गंगा उफान पर बह रहे हैं।रैंणी के पास भारी भू-स्खलन के चलते पिछले 6 दिनों से बन्द है नीति बोर्डर रोड। ऋषि गंगा घाटी में पिछले छह दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश से रैंणी क्षेत्र की दोनों छोर पर मलारी बोर्डर रोड़ ऋषि गंगा के तेज प्रवाह से हुए कटाव के चलते नदी में समा गई है। जिसके कारण मलारी बोर्डर रोड़ पर अब संकट के बादल छा गए हैं। वहीं कटाव के चलते ऋषि गंगा के ऊपर बना बोर्डर रोड़ को जोड़ने वाला एकमात्र वैली व्रिज कभी भी जमींजोद हो सकता है !
ऐसे में नीति मलारी बोर्डर पर सेना सहित करीब डेढ़ दर्जन सीमांत गाँव के लोगों की आवाजाही भी ठप हो गई है।और भू – धंसाव से रैंणी घाटी के ग्रामीणों के कई मकान खतरे की जद में आ गई हैं! वहीं नीति घाटी के ग्रामीणों पर अब खाद्यान रसद आपूर्ति नहीं होने से खाद्यान संकट भी गहराने लगा है। रैंणी वल्ली, पल्ली,लाता,सुराईथोटा,तोलमा,झेलम, द्रोणागिरि घाटी,भाप कुंड,जुम्मा,मलारी, कैलाशपुर,बाम्पा, गमशाली,मलारी, नीति सहित अन्य गाँव का संपर्क 6 दिनों से जोशीमठ मुख्यालय से कटा हुआ है। सड़क बन्द होने से इन गाँव वालों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।