गोपेश्वर चमोली : कल्प क्षेत्र एवं घाटी के जनप्रतिनिधियों ने आज जिलाधिकारी चमोली से मिल कर उर्गम घाटी के जन समस्याओं के निराकरण के संबंध में मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया। मुख्यमंत्री के संबोधित ज्ञापन में क्षेत्र के जनप्रतिनिधि ने उर्गमघाटी में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना हेंलग उर्गमघाटी 12.20 किलोमीटर की काफी खराब स्थिति है कई बार शासन – प्रशासन को ज्ञापन देने के बाद भी सड़क की स्थिति में सुधार नहीं हुआ है। बुधवार को क्षेत्र के लोगों ने ज्ञापन देकर कहा है कि यदि सरकार इस पर कार्रवाई नहीं करती है तो व्यापक आंदोलन किया जाएगा। कल्पक्षेत्र विकास आंदोलन के लोगों ने कहा की प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना भेंटा भरकी गिरा बांशा सड़क की भारत सरकार द्वारा वन मंत्रालय ने 2019 में सैद्धांतिक स्वीकृति दी थी और सड़क कटिंग कार्य चल रहा था। लेकिन वन विभाग के द्वारा सड़क कटिंग का कार्य रोक दिया गया है।
इस पर भी जनप्रतिनिधि कड़ी आपत्ति दर्ज की। ल्याँरी से कल्पेश्वर तक4.15 किलोमीटर सड़क 3 वर्ष पूर्ण कट गई है किंतु आज तक भूमि दरों की भूमि का मुआवजा नहीं मिल पाया है हेलंग उरगम मोटर मार्ग को प्रधानमंत्री सड़क योजना की फेज 3 के अंतर्गत चयन की मांग रखी गयी। उर्गमघाटी की मांग है देवी आपदा के अंतर्गत घाटी में पेयजल लाइन, पैदल मार्ग ,कल्पेश्वर धाम में सुरक्षा दीवार एवं धर्मशाला क्षतिग्रस्त हुई हैं। इस प्रकरण में जिलाधिकारी चमोली ने विकासखंड जोशीमठ को आंगणन प्रेषित करने को कहा है।राजकीय प्राथमिक विद्यालय देवग्राम के नीचे सुरक्षा दीवार टूटने के कारण विद्यालय को खतरा हो चुका है। भेंटा पंचायत भवन के नीचे सुरक्षा दीवार क्षतिग्रस्त हुई है, देवीय आपदा के अंतर्गत धनराशि देने की मांग की गई। उर्गम ग्राम पंचायत के तल्ला बडगिडा़ में 44 परिवारों को पुनर्वास की कार्रवाई करने के लिए आग्रह किया गया। जिलाधिकारी चमोली ने कहा कि सड़क के संबंध में हुए शासन को पत्र प्रेषित करेंगे इस मौके पर क्षेत्र के जनप्रतिनिधि क्षेत्र पंचायत प्रमुख जोशीमठ हरीश परमार, प्रधान संघ के अध्यक्ष अनूप नेगी, देवग्राम के प्रधान देवेन्द्र रावत, उपप्रधान प्रकाश नेगी, भर्की के प्रधान मंजू देवी, उर्गम की प्रधान मिकल, सुभाष रावत, कल्प क्षेत्र विकास समिति के सचिव लक्ष्मण सिंह नेगी सहित जनप्रतिनिधि ज्ञापन देने में उपस्थित रहे।