लक्ष्मण नेगी
ऊखीमठ : एसएसबी प्रशिक्षित गुरिल्ला संगठन ने सभी गुरिल्लाओं का सत्यापन वर्ष 2015 की सूची के आधार पर तथा सभी एस एस बी गुरिल्लाओं का सत्यापन समय पर न किये जाने पर आन्दोलन की चेतावनी देने के साथ आगामी नगर निकाय व लोकसभा चुनाव बहिष्कार का निर्णय लिया है। यहाँ जारी प्रेस विज्ञप्ति में गुरिल्ला संगठन की जिलाध्यक्ष बसन्ती रावत ने कहा कि हार्टकोर्ट द्वारा 5 अगस्त को महानिदेशक सशस्त्र सीमा बल को 90 दिन के अन्तर्गत सभी गुरिल्ला प्रशिक्षितों का सत्यापन करने के निर्देश दिए गए हैं तथा सुप्रीम कोर्ट भी गुरिल्ला प्रशिक्षितों के सत्यापन करने का फरमान जारी कर चुका है। मगर अभी तक उत्तरकाशी के अलावा अन्य जनपद में सत्यापन का कार्य शुरू नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि उत्तरकाशी से मिली खबरों के अनुसार वर्ष 2015 में 4700 गुरिल्लाओं का सत्यापन किया गया था जबकि इस बार मात्र 1123 गुरिल्लाओं के नाम सत्यापन सूची में पाये गये हैं जो कि एस एस बी गुरिल्ला प्रशिक्षितों के साथ सरासर अन्याय है। उन्होंने कहा कि उत्तरकाशी सहित अन्य जनपदों में वर्ष 2015 की सूची के आधार पर सत्यापन नहीं किया तथा अन्य जनपदों में समय पर सत्यापन कार्य शुरू नहीं किया गया तो गुरिल्ला संगठन को अपने हितों को पाने के लिए प्रदेश भर में आन्दोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा । उन्होंने कहा कि गुरिल्ला संगठन अपने हितों के लिए लम्बे समय से संघर्ष कर रहा है मगर केन्द्र व प्रदेश सरकारों की अनदेखी के कारण गुरिल्लाओं को न्याय नहीं मिल पाया है। उन्होंने कहा कि यदि समय पर एस एस बी गुरिल्ला प्रशिक्षितों का सत्यापन वर्ष 2015 की सूची के आधार पर नहीं किया गया तो गुरिल्ला संगठन को अपने हितों को पाने के लिए प्रदेश स्तर पर आन्दोलन के साथ ही आगामी नगर निकाय व लोकसभा चुनाव बहिष्कार के लिए बाध्य होना पड़ेगा जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी केन्द्र, प्रदेश सरकारों व महानिदेशक सशस्त्र सीमा बल की होगी।