भारत तिब्बत चीन सीमा से लगी जोशीमठ तहसील के होसी गांव में आज तक पेयजल लाईन का निर्माण न किया जाना आश्चर्य का विषय बना हुआ है। सरकार हर घर जल हर घर नल योजना की हकीकत भी इस गांव में पहुंचकर देखी जा सकती है। खास बात यह है कि होसी गांव के कुछ परिवार मेरग ग्राम पंचायत तो कुछ नगर पालिका में आते हैं। परंतु न ही पालिका और न ही ग्राम पंचायत इनको पेयजल सुविधा उपलब्ध कराने के प्रयास कर रहा है। जिससे ग्रामीणों में रोष है।
दरअसल, होसी गांव नगर पालिका परिषद जोशीमठ व ग्राम पंचायत मेरग के बीच फंसकर रह गया है। इस गांव में मेरग ग्राम पंचायत के सात परिवार तथा नगर पालिका परिषद जोशीमठ के तीन परिवार निवास करते हैं। मेरग गांव में हर घर नल हर घर जल के अलावा कई अन्य योजनाओं से पानी पहुंच रहा है। नगर पालिका क्षेत्र में भी पीने के पानी की कमी नहीं है। मगर ग्राम पंचायत व नगर पालिका के बीच बसे होसी गांव की परेशानी यह है कि आज तक इस गांव के लिए कोई भी पेयजल योजना का निर्माण नहीं हुआ। होसी गांव के निवासी मुकेश सिंह नेगी कहते हैं कि उनके गांव में आज तक पेयजल योजना का िनर्माण हुआ ही नहीं। बताया कि मेरग के कई घरों में दो-दो कनेक्शन हैं। मगर उनके गांव में बूंद बूूंद पानी के लिए तरसना पड़ रहा है। बताया कि 400 मीटर दूर गौर सिंह नाले से पीठ पर पानी लादकर ग्रामीण लंबे समय से अपनी प्यास बुझा रहे हैं। मवेशियों के लिए भी इसी नाले से पानी ढोना पड़ता है। उन्होंने बताया कि इस गांव में पेयजल लाईन निर्माण के नाम पर दो बार विभाग द्वारा सर्वेक्षण किया जा चुका है। मगर आज तक पेयजल लाईन निर्माण के लिए कोई कार्रवाई नहीं की गई। मामले में जल निगम के अधिशासी अभियंता वीके जैन ने बताया कि पेयजल विहीन गांवों का सर्वेक्षण किया गया है। हर घर नल हर घर जल योजना में प्राथमिकता के आधार पर ऐसे गांवों में पेयजल लाईन का निर्माण कराया जा रहा है।