टंगणी जाख देवता का देवरा यात्रा 82 साल बाद छह माह के भ्रमण पर गर्भ गृह से बाहर आए हैं। जाख देवता के दर्शन और आशीर्वाद के लिए ध्याणियां अपने मायके पहुंचे हैं। हजारों श्रद्धालु भी जाख देवता के आशीर्वाद के लिए गांव पहुंचे हैं। वहीं जाख देवता के मायके पाखी के ग्रामीण भी बुलावा के लिए टंगणी गांव पहुंचे हैं।
82 वर्षों बाद टंगणी तल्ली गांव के ग्रामीणों ने अपने आराध्या जाख देवता को 6 माह के देवरा यात्रा के लिए गर्भगृह से बाहर निकाला है। जाख देवता का देवरा यात्रा 6 माह तक विभिन्न गांव का भ्रमण कर अपने भक्तों की कुशलक्षेम पूछ कर उन्हें अपना आशीर्वाद देंगे।
2 अक्टूबर को दोपहर बाद 5:15 बजे टंगणी गांव का जाख देवता शुभ मुहूर्त में अपने गर्भ गृह से छह माह के लिए भ्रमण पर बाहर आए हैं। इसके बाद मायके पाखी गांव की ग्रामीणों ने जाख देवता का श्रृंगार किया गया। कल रात-भर सैकड़ों श्रद्धालु और ध्याणियों के बीच जाख देवता का जागर गान हुआ। आज जाख देवता के तीन धारी अंकुश पंवार, महेंद्र पंवार व संजय चौहान ने मुंडन संस्कार कर छह माह के लिए गृहस्थ जीवन छोड़ जाख देवता के नृत्य के लिए चले हैं। अब छह माह तक तीनों धारी याने ( देवता को नृत्य कराने वाले ) जाख देवता के सानिध्य में रहेंगे। सैकड़ों श्रद्धालु के बीच जाख देवता के जयकारों के साथ तीनों धारियों ने जाख देवता का भ्रमण शुरू कर दिया है।
जाख देवता ने अपने गांव और मैती पाखी गांव का भोज किया गया। सैकड़ों श्रद्धालु ने भी भोजन कर प्रसाद ग्रहण किया गया। जाख देवता आज गांव का भ्रमण कर कल पाखी गांव आएंगे। पाखी के ग्रामीण पहले से ही बुलावा के लिए टंगणी पहुंचे हैं। जाग देवता के साथ पश्वा अशोक चौहान, नंदा पश्वा गुंजन धारी अंकुश पंवार, महेंद्र पंवार, संजय चौहान कुल पुरोहित प्रेम बल्लभ सती, जागरी गब्बर सिंह रावत भी साथ में हैं। वहीं देवरा समिति के अध्यक्ष प्रदीप प्रसाद भट्ट, उपाध्यक्ष रघुवीर सिंह, सुखदेव प्रसाद, सचिव आशीष भट्ट, कोषाध्यक्ष अनिल डंगवाल व विजय सेमवाल प्रशानिक कमेटी में अध्यक्ष सुशील प्रसाद सेमवाल ग्राम प्रधान टंगणी हीरा सिंह पंवार सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।