ऊखीमठ। कोठा भवन जीर्णोद्धार समिति की बैठक चार धाम देव स्थानम् बोर्ड के वित्त निदेशक जगत सिंह चौहान की अध्यक्षता में ओकारेश्वर मन्दिर में सम्पन्न हुई। बैठक में कोठा भवन के जीर्णोद्धार के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों, हक – हकूकधारियों तथा ग्रामीणों के सुझाव मांगे गए। बैठक में चार धाम देव स्थानम् बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि स्थानीय जनता के हक – हकूकधारियों के हकों के साथ किसी प्रकार की अनदेखी नहीं की जायेगी तथा स्थानीय जनता के आशाओं के अनुरूप कोठा भवन का निर्माण किया जायेगा। अधिकारियों ने कहा कि किसी भी कार्य के निर्माण के लिए शासन से बार – बार धन अवमुक्त नहीं होता है इसलिए कोठा भवन का निर्माण शासन के मानकों व स्थानीय जनता के सुझावों के अनुरूप किया जायेगा।
बैठक में वक्ताओं ने कोठा भवन के निर्माण में पौराणिक, धार्मिक व आध्यात्मिक परम्पराओं से खिलवाड़ नही होना चाहिए तथा स्थानीय हक – हकूकधारियों के हक यथावत रहने चाहिए। वक्ताओं ने कहा कि कोठा भवन का निर्माण पहाड़ी शैली के अनुसार होना चाहिए तथा स्थानीय कारीगरों व बेरोजगारों को वरीयता मिलने चाहिए। वक्ताओं ने सुझाव देते हुए कहा कि ऊषा अनिरुद्ध विवाह मण्डप सहित सभी मन्दिरों को आकर्षण व भव्य रूप दिया जाना चाहिए तभी ओकारेश्वर मन्दिर की भव्यता बढ़ेगी। वक्ताओं ने सुझाव देते हुए कहा कि कोठा भवन का जीर्णोद्धार कार्य की शुरुआत पूरब दिशा से होना चाहिए तथा जीर्णोद्धार से पूर्व सभी देवी – देवताओं की स्थापना परम्परा , विधि विधान से होनी चाहिए!
वक्ताओं ने कहा कि ओकारेश्वर मन्दिर का कलश जीर्ण – शीर्ण अवस्था में है इसलिए शीध्र नया कलश की व्यवस्था होनी चाहिए तथा कोठा भवन के पीछे की जमीन फूलवाडी के रूप में विकसित करने के साथ ही सरस्वती कुण्ड का जीर्णोद्धार भी होना चाहिए। इस मौके पर पूर्व विधायक श्रीमती आशा नौटियाल, नगर पंचायत अध्यक्ष विजय राणा,धनानन्द मैठाणी, गुरिल्ला संगठन जिलाध्यक्ष बसन्ती रावत, व्यापार संघ अध्यक्ष राजीव भटट्, सभासद रवींद्र रावत, प्रदीप धर्म्वाण, अधिशासी अभियन्ता अनिल ध्यानी, एन पी जमलोकी, गिरीश देवली, प्रधान पुजारी शिव शंकर लिंग, टी गंगाधर लिंग, दलवीर रावत, पवन राणा, आर सी तिवाड़ी, अर्जुन रावत, राजकुमार नौटियाल, बबलू जंगली, रणजीत रावत, देवेन्द्र प्रसाद, विजेन्द्र नेगी दिनेश चन्द्र सेमवाल सहित विभिन्न गांवों के जनप्रतिनिधि, हक – हकूकधारी तथा ग्रामीण मौजूद रहे।