चमोली : चमोली जिला अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था कितनी लचर हो चुकी है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यहां एक महिला का सर्जन ने आधा – अधूरा ऑपरेशन करने के बाद हाथ खड़े कर दिए और उसे हायर सेंटर ले जाने के लिए परिजनों को कहा गया। जिसके बाद परिजनों के साथ ही स्थानीय लोगों ने हंगामा खड़ा कर दिया।
घटना के अनुसार जोशीमठ विकास खंड के पोखनी गांव निवासी 36 वर्षीय उर्मिला देवी को पेट दर्द की शिकायत को लेकर जिला अस्पताल गोपेश्वर में भर्ती हुई थी। चिकित्सक की जांच में महिला के पेट में ट्यूमर होने की शिकायत पाई गई। शनिवार को उसका ऑपरेशन के लिए ऑपरेशन थियेटर में ले जाया गया लेकिन कुछ ही समय बाद सर्जन डा. नीरज पिमोली परिजनों के पास आये और बोले कि मरीज की हालत काफी ख़राब हैं,और वह अकेले आपरेशन नहीं कर सकते, उन्हें मरीज को हॉयर सेंटर ले जाना होगा। जिससे परिजन भड़क गये और परिजनों ने जिला अस्पताल में जमकर हंगामा काटा। मामला बढ़ता देख अस्पताल प्रबंधन की ओर से एयर एम्बुलेंस और डा. नीरज पिमोली को मरीज़ के साथ भेजने के आश्वासन पर ही परिजन माने।
ग्राम प्रधान संदीप भंडारी, महिला के पति बाल सिंह राणा ने आरोप लगाते हुए कहा कि डाक्टर की ओर से उन्हें गुमराह किया गया। जब डाक्टर की बस का आपरेशन करना नहीं था तो उसने आपरेशन शुरू क्यों किया। अब ऐसे में यदि उनके मरीज के साथ कुछ घटना घटित हो जाती है तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा ?