देहरादून : उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के मौके पर सोमवार को राजधानी देहरादून के पुलिस लाइन में मुख्य परेड आयोजित की गई। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत नौ बजकर 50 मिनट पर पहुंचे।
मुख्य अतिथि राज्यपाल बेबी रानी मौर्य, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, डीजीपी अनिल रतूड़ी और डीजी कानून व्यवस्था अशोक कुमार सहित अन्य गणमान्य लोग व पुलिस अधिकारी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री, राज्यपाल, डीजीपी और डीजी कानून व्यवस्था ने परेड का निरीक्षण किया। जिसके बाद विजय धुन पर शानदान परेड का आगाज हुआ। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने विकास पुस्तिका का विमोचन करेंगे। कार्यक्रम में पुलिस बल की ओर से साहसिक करतब दिखाए गए।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि किसानों और महिलाओं की समृद्धि पर सरकार का ध्यान है। किसी भी प्रदेश के लिए 20 वर्ष का समय न ज्यादा है न कम है। लेकिन इन 20 वर्षों में प्रदेश अन्य प्रदेशों से बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। सरकार किसानों और महिला समूहों के विकास के लिए बड़ा कार्य कर रही है। किसानों को बिना ब्याज के पहले एक लाख का ऋण दिया जाता था, इसे अब बढ़ा कर तीन लाख रुपये करने जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर शहीद आंदोलनकारियों और आंदोलनकारियों को नमन किया।मुख्य परेड की शुरुआत परेड के पंक्तिबद्ध होने से हुई। परेड के बाद 15 अगस्त को पदक की घोषणा वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को पदक भी लगाए गए। कोविड नियमों का पालन करते हुए कार्यक्रम का आयोजन किया गया। केवल छह दस्तों ने ही परेड में भाग लिया। परेड के दौरान पुलिस जवानों के बीच छह फीट की दूरी रखी गई। इसके अलावा उनके हथियारों को भी सैनिटाइज किया गया। बता दें कि पुलिस लाइन आने से पहले मुख्मंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कचहरी स्थित शहीद स्मारक पर पुष्प अर्पित कर शहीदों को नमन किया। वहीं शहीद स्मारक पर उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी करते दिखे। राज्य स्थापना दिवस के कार्यक्रम के लिए पुलिस ने लाइन के चारों ओर सुरक्षा घेरा बनाया गया है। विभिन्न प्वाइंट पर चैकिंग की व्यवस्था की गई है।