“सोमेश्वर प्रभु शंभू कैलाशो के वासी हैं”
सोमेश्वर प्रभु शंभू कैलाशो के वासी हैं।
आदि अनंत जग पालक स्वयंभू अविनाशी है
आशुतोष अनिकेत आदिगुरु सन्यासी है
वो सर्प माल धारण करता त्रिनेत्र धारी हैं
चंद्र शीश विराजे चंद्रपाल कह लाए हैं
अर्ध शक्ति संग अर्धनारीश्वर भोलेनाथ हैं
तांडव नृत्य महा भयंकर अति विनाशकारी है
योग ध्यान में प्रभु ओंकार सृजनकारी है
देवों के देव महादेव भैरव भयनाशी हैं
नन्दी भृंगी, भूत प्रेत संग श्मशान निवासी है
दया कर्ता प्रभु परमेश्वर, नाटक नटराज ,सर्वव्यापी है।