संजय कुंवर
मां के साथ भारत दर्शन पर निकले कलयुग के श्रवण
आज की भाग – दौड़ जिंदगी में जहां लोग अपने मां पिता को चाह कर भी वक्त नहीं दे पा रहे हैं। वहीं कलयुग का एक श्रवण कुमार भी है जो स्कूटर पर ही अपनी वृद्ध मां को भारत दर्शन करा रहा है।
आपको बता दें कि स्कूटर पर यात्रा इसलिए शुरू की क्योंकि इससे उनके पिता की स्मृति जुड़ी हुई हैं। इसी क्रम में उन्होंने अपनी मां को आज भगवान बदरी विशाल के दर्शनों का पुण्य लाभ भी अर्जित कराया है। 14 जनवरी वर्ष 2018 से “मातृ संकल्प यात्रा” पर निकले डा० कृष्ण कुमार भारत के साथ नेपाल, भूटान, म्यांमार, के दर्शनीय स्थलों की दर्शन भी अपने मां को करा चुके हैं। और इन दिनों वे चारधाम यात्रा पर हैं और अपनी मां को भगवान श्री बदरीनाथ जी के दर्शन करा कर जोशीमठ ज्योतिषपीठ में ठहरे डा कृष्ण कुमार अपनी मां चूड़ा रतनम्मा को आजकल चारधाम दर्शन करने लाए हैं। उन्होंने अपने स्कूटर यात्रा को लेकर कहा की भले ही मेरा वाहन 20साल पुराना है लेकिन इससे मेरा भावनात्मक लगाव है मेरा कर्नाटका के मैसूर शहर में घर है और ये स्कूटर मेरे पिता ने मुझको 21 वर्ष की आयु में मोटर साइकिल देने का वादा किया था, लेकिन घर के हालात ठीक न होने से मैंने उनसे सिर्फ चेतक स्कूटर लाने की बात कही थी। उसके बाद मैंने 13 साल तक अलग-अलग मल्टी नेशनल कंपनी में कार्य किया है और 2015 में पिता के गुजर जाने पर मां को अपने साथ बेंगलुरु बुला लिया और मां की देखभाल करने लगा। 40 वर्ष की आयु में 14 जनवरी 2018 में मैने जॉब से इस्तीफा दे दिया और 16 जनवरी से मैंने मातृ सेवा संकल्प यात्रा शुरू की है। कहते हैं कि ये स्कूटर नहीं मेरे पिता की याद है और ऐसा प्रतीत होता कि इस यात्रा में पिता मेरे साथ हैं। कहते है कि यह यात्रा केरल से शुरु होकर देश के 25 राज्यों के अलावा भूटान नेपाल म्यांमार तक की 69 हजार 42 सौ किलोमीटर की यात्रा तय कर चुके हैं। वहीं अयोध्या में भगवान श्री राम के दर्शन के बाद आज बदरीनाथ धाम में प्रभु श्री हरि नारायण भगवान के दर्शन कर धन्य हुई कृष्णा की माता चूड़ा रत्नम्मा कहती है कि आज मेरे मन को शांति की अनुभूति हुई हैै। मोक्ष धाम के दर्शन करके मन अति प्रसन्न हुआ है।