संजय कुँवर
महा शिवरात्रि पर्व पर जोशीमठ क्षेत्र के उर्गम से पंचम केदार कल्पेश्वर महादेव से खास रिपोर्ट
जोशीमठ प्रखण्ड के शिवमंदिरों में उमड़ी आस्था,बम-बम भोले के जयकारों से गूंज उठे शिवालय। सीमांत क्षेत्र के प्रसिद्ध कल्प घाटी उर्गम में स्थित उच्च हिमालयी शिव धाम और पंच केदार में एक प्रमुख कल्पेश्वर महादेव मंदिर यहाँ भगवान भोले नाथ के कपाट वर्ष भर खुले रहते हैं। यहाँ भगवान शिव की जटाओं की पूजा होती है,मुख्य मंदिर अनादि नाथ कल्पेश्वर महादेव के नाम से प्रसिद्ध है।
आज यहाँ उर्गम घाटी में महा शिवरात्रि पर्व की धूम है। कल्प क्षेत्र में आज पूरा शिवोत्सव का माहौल बना हुआ है। अब तक यहाँ करीब 2 हजार शिव भक्तों ने भगवान कल्पेश्वर महादेब के दर्शन किये हैं। मान्यता है कि यहाँ ऋषि दुर्वासा ने एक कल्प तपस्या की इसलिए इस छेत्र को कल्पेश्वर नाम से जाना जाता है, उर्गम घाटी के दर्जनों गाँवों सहित जोशीमठ क्षेत्र से आये सैकडों शिव भक्तों कल्प गंगा के दूसरे छोर पर लंबी कतारों में सुबह से खड़े होकर बाबा कल्पेश्वर नाथ का जलाभिषेक कर दर्शन पुण्य लाभ अर्जित किया।कल्पेश्वर धाम सनातन हिंदू संस्कृति के शाश्वत संदेश के प्रतीक रूप में मौजूद है, आज शिव रात्रि पर्ब पर निसंतान दंपत्तियों को भगवान शिव के आशीष से संतान प्राप्त होने का बर मिलता है। मुख्य मंदिर सहित पूरे कल्पेश्वर मंदिर परिसर को पुष्पों से सुसज्जित कर सजाया गया है मंदिर व्यवस्था से जुड़े संदीप सिंह और रघुवीर नेगी ने बताया की युवक मंगल दल देवग्राम द्वारा मंदिर में दर्शन हेतु भक्तों के लिए पंक्ति बद्ध सुव्यवस्था की हुई है ताकि सभी को भगवान भोले नाथ के दर्शन हो सके और समिति द्वारा भक्तों के लिए शिव प्रसाद की व्यवस्था भी की गई है।